दर्जनभर जिला भाजपा अध्यक्षों पर हार की गाज गिरेगी

लगातार चौथे उपचुनाव में मिली हार से भाजपा खासी बेचैन है। इसके लिए वह अब जिलास्तर के संगठन नेताओं पर हार का ठीकर फोड़ने जा रही है। रंगपंचमी के बाद भाजपा ने पहले कोर कमेटी और उसके साथ ही चुनाव समिति की बैठक बुलाई है। कोर कमेटी की बैठक में हार के कारणों की समीक्ष की जाएगी। 
माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद अशोकनगर, शिवपुरी, सतना, भिंड समेत एक दर्जन जिलों के अध्यक्षों को बदला जा सकता है। संगठन सूत्रों की माने तो मुंगावली और कोलारस में मिली हार के बाद संगठन द्वार बुलाई गई प्रारंभिक रिपोर्ट में चुनाव की कमान संभाल रहे नेताओं ने यहां के जिला संगठन के कमजोर होने की बात कही है। कोलारस इलाके का जिम्मा संभाल रहे पार्टी के एक प्रदेश पदाधिकारी ने साफ कहा है कि वहां संगठन बेहद कमजोर हैं। उन्होंने प्रत्याशी के भी कमजोर होने की भी बात कही है। गौरतलब है कि शिवपुरी के जिलाध्यक्ष सुशील रघुवंशी खुद टिकट के दावेदार थे। इसी तरह अशोकनगर के जिलाध्यक्ष जयकुमार सिंघई पर भी हार का ठीकरा फूटने की उम्मीद है। इसके अलावा पार्टी चित्रकूट में मिली हार के बाद सतना के जिलाध्यक्ष नरेन्द्र त्रिपाठी और भिंड के जिलाध्यक्ष संजीव कांकर को बदलने की तैयारी में है। इन जिलों के लिए नामों पर विचार भी शुरू हो गया है। इसके अलावा इंदौर ग्रामीण, मुरैना, मंडला, डिंडोरी, शहडोल समेत कई जिलों के अध्यक्षों को बदले जाने की संभावना है।