शराबबंदी को अपार समर्थन शराबबंदी के लिए मुरैना, ग्वालियर व भिंड के सैकड़ों लोग सड़क पर उतरे

पहली बार शराबबंदी अभियान के समर्थन में मुरैना, ग्वालियर व भिंड जिले के सैकड़ों युवा सड़कों पर नजर आए। गुरुवार को मध्यप्रदेश में पूर्ण शराबबंदी महायज्ञ पदयात्रा जब करहधाम से चलकर मुरैना बैरियर चौराहे पर पहुंची तो शहर के लोगों ने संत हरिगिरी के शिष्यों का पुष्पवर्षा कर अभिनंदन किया। इस दौरान ब्राह्मण, क्षत्रिय और मुस्लिम समाज ने संतों का स्वागत कर पूर्ण शराबबंदी का खुला समर्थन किया। रोटरी व लॉयंस क्लब भी शराबबंदी को समर्थन किया। इस व्यापक समर्थन के इतर एक सच्चाई यह भी है कि जिले में मुरैना जिले में हर साल 159 करोड़ रुपए की शराब सरकारी ठेकों से ही बिक जाती है। इसके अलावा अवैध शराब की बिक्री भी जोड़ लें तो यह आंकड़ाकरीब 300 करोड़ पर पहुंच जाएगा।

बता दें कि पदयात्रा में शामिल 100 गांव के पंच-सरपंच व गणमान्य लोग, संताें के साथ-साथ पैदल चल रहे हैं। शहर में 6 किमी लंबाई की पदयात्रा का 80 से अधिक स्थानों पर स्वागत किया गया। एमएस रोड पर पूर्व विधायक रघुराज कंसाना समेत पूर्व विधायक परशुराम मुदगल के निवास पर लोगों ने संतों को पुष्पाहार पहनाकर शराबबंदी को समर्थन दिया। सूबात रोड, सदर बाजार, स्टेशन रोड, हनुमान चौराहा व झंडा चौक के व्यापारियों ने भी पदयात्रा का जगह-जगह अभिनंदन कर अन्य जिलों से आए लोगों का हौसला बढ़ाया।

चंबल विंडवा घाट पर महापंचायत आज

मध्यप्रदेश में पूर्ण शराबबंदी महायज्ञ को सफल बनाने के लिए शुक्रवार को सुबह 11 बजे से चंबल के विंडवा घाट पर सर्व समाज की महापंचायत होगी। गंगापुर हनुमान मंदिर पर रुकी पदयात्रा शुक्रवार की सुबह 9 बजे मंदिर से रवाना होकर महापंचायत में तबदील होगी। महापंचायत में एमपी, यूपी व राजस्थान के लोग संत हरिगिरी के सानिध्य में दारू बंद कराने के लिए आगे की रणनीति तय करेंगे।

रोटरी व लॉयंस क्लब भी संतों के साथ

मुरैना शहर में शराबबंदी आंदोलन को रोटरी क्लब के अध्यक्ष प्रकाश अग्रवाल सीए व दीपक मोदी समेत अन्य पदाधिकारियों ने अपने संगठन की ओर से समर्थन देने की घोषणा की है। इधर लाॅयंस क्लब के अध्यक्ष रवि गुप्ता समेत डा. संजय शर्मा आदि ने अपने संगठन को शराबबंदी आंदोलन में शामिल करने की घोषणा की है।

संत हरिगिरी बोले- गुजरात में शराबबंदी, फिर भी वह मध्यप्रदेश से ज्यादा विकसित

शराब से मध्यप्रदेश में मानवता मर रही है। इसमें मुख्य भूमिका गांव-गांव बिक रही दारू की है। शिवराज सरकार से अपेक्षा है कि अब पूर्ण शराबबंदी की घोषणा होना चाहिए। संतों का आह्वान है कि हर समाज के लोग जन-जागरुकता पैदा कर शराबमुक्त प्रदेश बनाने के लिए आगे आएं। यह बात चंबल विंडवा के संत हरिगिरी ने कही। वे गुरुवार को चंबल विंडवा घाट पर अनुयायियों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा गुजरात में शराब नहीं बिक रही, तब भी वह क्षेत्र मध्यप्रदेश से ज्यादा विकसित है।

मध्यप्रदेश में भी पूर्ण शराबबंदी लागू कर यहां रोजगार के अवसर पैदा किए जाएं जिससे सरकार को टैैक्स मिलता रहेगा। शराब के कारण मौतें हो रही हैं, इससे संतों की आत्मा आहत है। इसलिए मध्यप्रदेश में पूर्ण शराबबंदी के लिए सर्वसमाज की तरफ से महायज्ञ शुरू किया गया है। बाबा की इच्छा है कि मुख्यमंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री इस अभियान के लिए अपना समर्थन दें और दारू को बंद कराने की घोषणा करें अन्यथा सर्व समाज शराबबंदी तक महायज्ञ जारी रखेगा।