मुख्‍यमंत्री शिवराज के ट्रंप कार्ड से कांग्रेस खेमे में ख़लबली

मध्य प्रदेश में विधान सभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्ववारा की जा रही बैठकें बता रही हैं कि कांग्रेस में खलबली है. मामला मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद रैली और उससे भी बढ़कर उस बिजली माफ़ी योजना से जुड़ा है, जो चुनावी ट्रंप कार्ड के बतौर शिवराज सिंह खेल चुके हैं.
कांग्रेस हाईकमान तक पहुंची ग्राउंड रिपोर्ट बता रही है कि पिछले एक महीने में चुनावी फिज़ा बदल गई है. वजह है- मुख्यमंत्री संबल योजना, जिसमें प्रदेश के पौने दो करोड़ बीपीएल और असंगठित मज़दूर परिवारों के साढ़े पांच हज़ार करोड़ के बकाया बिल माफ कर दिए गए हैं. इसके साथ ही उनके लिए हर महीने 200 रु. न्यूनतम बिल सीमा तय कर दी गई है
एक झटके में उदारता से की गई इस बिजली बिल माफ़ी ने चुनावी माहौल को ना सिर्फ गरमा दिया है, बल्कि पॉलिटिकल सेंसेक्स में नीचे की ओर लुढ़क रहे शिवराज के ग्राफ में ज़बर्दस्त उछाल भी ला दिया है. अंदरूनी सूत्र बता रहे हैं कि जुलाई के पहले सप्ताह में खेले गए इस ट्रंप कार्ड ने सिर्फ 25 दिन में रिजल्ट दिखाना शुरू कर दिया है. मुख्यमंत्री की जनआशीर्वाद रैली में बढ़ती भीड़ इसी का परिणाम है.
मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद रैली के साथ शुरू हुआ यह सिलसिला अब ज़ोर पकड़ने लगा है, क्योंकि जो हितग्राही हैं, उनकी भीड़ बढ़ रही है. कांग्रेस इसे प्रशासन की प्रायोजित भीड़ बता रही है, लेकिन शिवराज ने अपनी जगह-जगह हो रही आम सभा में इसका लाभ उठाना शुरू कर दिया है. वे सीधे संवाद साध कर जनता को बता रहे हैं कि किस तरह सरकार ने अपनी मुश्किलों की परवाह किए बिना गरीबों की चिंता की है. वे उन्हीं की तरह गरीब परिवार से हैं. कोई राजे – महाराजे नहीं . वोटर्स को सीधा फायदा पहुंचाने वाली इन स्कीम्स का कांग्रेस के पास फिलहाल कोई तोड़ दिखाई नहीं दे रहा है.