मेहनताना मांगा तो मजदूर के गुप्तांग में कंप्रेशर से हवा भर दी, मौत

पोहरी क्षेत्र के गाजीगढ़ धौरिया गांव में क्रेशर पर काम करने वाले मजदूर ने मेहनताना मांगा तो उसे अपनी जान से ही हाथ धोना पड़ गया। क्रेशर इंचार्ज ने तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर मजदूर परमानंद को पकड़ा और उसके गुप्तांग में कंप्रेशर से हवा भर दी।
जब मजदूर की हालत बिगड़ी तो वे उसे खुद ही ग्वालियर ले गए, फिर वहां से लाकर शिवपुरी जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया। मजदूर की हालत नहीं सुधरी तो परिजन ने उसका इलाज जयपुर तक कराया। करीब डेढ़ महीने इलाज के बाद मजदूर ने शुक्रवार को जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया लेकिन अभी तक इस मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
गाजीगढ़ धौरिया निवासी परमानंद धाकड़ (40) पुत्र हरिराम धाकड़ गांव के पास ही तोमर बिल्डर्स के गिट्टी क्रेशर पर काम करता था। उसके भाई धनीराम का आरोप है कि परमानंद द्वारा मेहनताना मांगने पर क्रेशर इंचार्ज राजेश राय से विवाद हो गया।
राजेश ने फोरमैन देवेंद्र, रवि, पिंटू, पप्पू खान व राजेश के साथ मिलकर परमानंद के गुप्तांग में कंप्रेशर से हवा भर दी। इससे परमानंद की हालत बिगड़ गई। इसके बाद उसका इलाज ग्वालियर से लेकर जयपुर तक चला, लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ और अंतत: शुक्रवार की सुबह परमानंद की मौत हो गई है। पुलिस ने मामले में अभी मुकदमा दर्ज नहीं किया है।
यह है घटनाक्रम: कंप्रेशर से हवा भरने के बाद मजदूर की बिगड़ी थी हालत
मृतक के भाई धनीराम वर्मा के अनुसार, 8 नवंबर की सुबह 9 बजे क्रेशर इंचार्ज से विवाद हुआ था। राजेश ने खड़े होकर देवेंद्र, रवि व पिंटू से कहकर परमानंद को पकड़वाया। फिर पप्पू खान निवासी नरवर से कंप्रेशर चालू करने को कहा। तार लगाते ही कंप्रेशर चालू हो गया और राजेश ने लेजम परमानंद के गुप्तांग में लगाकर हवा भर दी।
अप्राकृतिक रूप से शरीर में हवा जाने से परमानंद की हालत बिगड़ गई। इसके बाद परिजनों को बिना सूचना दिए परमानंद को ग्वालियर ले गए जहां उसका इलाज कराया। जब उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो फिर परमानंद को जिला अस्पताल शिवपुरी में लाकर भर्ती करा दिया गया। इसके बाद घर के सदस्यों को उसके बीमार होने की सूचना दी गई। जहां शुक्रवार को परमानंद ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
परिजन को पेट में गैस बनने की बात कही और फिर भाग निकले आरोपी
मजदूर परमानंद को शिवपुरी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराने के बाद परिजनों को सूचना दी। परिजनों ने हालत बिगड़ने की वजह पूछी तो संबंधितों ने कहा कि परमानंद के पेट में गैस बनने की वजह से हालत बिगड़ी है। जिससे परिजन भी मामले से अनभिज्ञ बने रहे। परमानंद के होश में आने का इंतजार किया। दो दिन बाद होश आने पर परमानंद ने सच्चाई बताई। इसके बाद परिजनों ने गोवर्धन थाने में शिकायती आवेदन थाने में दिया था।
मरीज के शरीर का अंदरूनी अंग फट गया था
शिवपुरी मेडिकल कॉलेज के सर्जन सौरभ चौहान का कहना है कि परमानंद के साथ करीब डेढ़ माह पहले एक घटना हुई थी। जिसमें उसके प्राइवेट पार्ट्स में हवा या कोई अन्य चीज प्रेशर से डाली गई थी, िजसके कारण उसका अंदरूनी अंग फट गया था। मरीज का ऑपरेशन ग्वालियर में कराया गया था। ऑपरेशन के कुछ दिनों बाद उसकी फिर से हालत बिगड़ने पर शिवपुरी अस्पताल में भर्ती कराया था। शरीर में इन्फेक्शन फैलने की वजह से मरीज की मौत हो गई है।
मृतक के परिजन आते हैं तो मुकदमा दर्ज करेंगे
^घटना के कुछ दिन बाद मृतक के परिजन शिकायती आवेदन देकर चले गए थे। इलाज के लिए समझौते की बात चल रही थी। हमने भी बुलाने का प्रयास किया, लेकिन नहीं आए। घायल की मौत की खबर लगी है। परिजन थाने आते हैं तो मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेंगे।