धान खरीदी घोटाले में ट्रांसपोर्टर कृष्णपाल 5 ट्रक राजसात और 14 लाख रूपये पेनाल्टी

धान खरीदी में घोटाला करने ट्रांसपोर्टर कृष्णपाल उर्फ पप्पू कंसाना के 5 ट्रक राजसात करने के आदेश बुधवार को कलेक्टर कौशलेन्द्रविक्रम सिंह ने जारी कर दिये और साथ ही 14 लाख रूपये पेनाल्टी भी ट्रांसपोर्टर पर लगाई गयी है। वहीं, नागरिक आपूर्ति निगम को उससका ठेका निरस्त करने का प्रस्ताव भी भेज दिया गयाहै। जिला प्रशासन ने तो उसे चारों ओर से घेर लिया है। लेकिन मुरार पुलिस एफआईआर के 48 घंटे के बाद भी ट्रांसपोर्टर और समिति प्रबंधक को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक सीएस जादौन ने कहा है कि धान खरीदी में गड़बड़ी कर शासन को लाखों रूपये का नुकसान पहुंचाने वाले ट्रांसपोर्टर के अभी तक 5 ट्रक पकड़े जा चुके हैं। इन सभी की जानकारी कलेक्टर ने मंगवाई है। बंधवार की शाम को ट्रक को राजसात करने के आदेश जारी कर दिये। वहीं, ट्रांसपोर्टर और समिति प्रबंधक के बैंक खाते, संपत्ति की जानकारी के लिये बैंक प्रबंधन और राजस्व विभाग को पत्र लिखा है।
शाम तक शहर में देखा गया आरोपी
मार्कफेड से जुड़े सूत्रों के मुताबिक समिति प्रबंधक और ट्रांसपोर्टर को तलाशने की कोशिश ही अभी तक पुलिस ने नहीं की है। टीआई मुरार अजय सिंह पवार का कहना है कि आरोपी की तलाश घर पर की लेकिन वह नहीं मिला। जबकि सूत्रों का कहना है ट्रांसपोर्टर तो मंगलवार शाम तक शहर में था। सूरत में उसके कुछ परिचित हैं। उनसे वह लगातार संपर्क में था।
डबरा का रिश्तेदार मास्टरमाइंड
पुलिस को पता लगा है कि डबरा और चीनौर में ट्रांसपोर्टर कृष्णपाल का रिश्तेदार सक्रिय है। वही इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड है। भितरवार की ईटमा समिति में भी ट्रांसपोर्टर ने धान खरीदी में घोटाला किया था। इसमें उसका रिश्तेदार भी शामिल था। लेकिन कागजों में कहीं भी रिश्तेदार का नाम नहीं है। इसके चलते पुलिस के राडार पर उसका रिश्तेदार भी है।