ग्वालियर में तानसेन समारोह की शुरूआत 26 दिसंबर से तानसेन समाधि पर चारदपोशी व हरिकथा मिलाद से होगी

ग्वालियर. अखिल भारतीय तानसेन समारोह की शुरूआत 26 दिसंबर से तानसेन समाधि पर चारदपोशी और हरिकथा मिलाद से होगी। यह समारोह 30 दिसंबर तक चलेगा। तानसेन समाधि परिसर में समारोह की तैयारियां शुरू हो चुकी है। परिसर के बने गार्डन को पौद्यों से सजाया जा रहा है। कलाकारों को सबसे ज्यादा आर्कषक समारोह का मंच करता है जिसे देखने देश-विदेश के कलाकार समारोह में शिरकत करते है। इस बार मंच देश भर की एतिहासिक धरोहरों से सजाया जाएगा।

यहां देश के संगीत से जुड़ी धरोहर मंच पर देखने को मिलेगी इसके साथ ही तानसेन समाधि के पास लगा ईमली का पेड कलाकारों के बीच श्रृद्धा का केंद्र भी है इसलिए पुरात्तव विभाग उस पेड का ज्यादा रख-रखाव भी करता है। वहीं समाधि स्थल पर आने वाले कलाकार पेड की पत्तीयां खाते है। ऐसी मान्यता है कि इन पत्तों को खाने से आवाज साफ होती है।

कलेक्टर व जिला दंडाधिकारी कौशलेंद्र सिंह ने समारोह स्थल और तानसेन समाधि के तीन किमी के दायरे में ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है साथ ही तानसेन समारोह आयोजन स्थल के आसपास 100 मीटर की क्षेत्र में किसी भी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र धारण करने एवं उनके प्रदर्शन पर भी पूर्णतः प्रतिबंध लगाया गया है। यह आदेश 26 दिसंबर से 30 दिसंबर तक प्रभावशील रहेगा साथ ही आठवीं संगीत सभा के दिन यानि 30 दिसंबर को बेहट में कार्यक्रम स्थल पर भी यह आदेश लागू रहेगा और जिला दंडाधिकारी ने यह आदेश कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के तहत जारी किया है।