पूर्व मंत्री लाखनसिंह का बंगला मंत्री अरबिंद भदौरिया के नाम आवंटित

ग्वालियर. एक बार फिर शहर में सरकारी बंगला चर्चाओं में है। इस बार पूर्व मंत्री व भितरवार से कांग्रेस विधायक लाखनसिंह की बात हो रही है। रेसकोर्स रोड पर बंगला नम्बर 35 उनसे खाली करा लिया गया है। 20 दिन पूर्व उन्हें नोटिस दिया गया था। अभी यह बंगला प्रदेश सरकार में मंत्री अरबिंद भदौरिया के नाम पर आवंटित कर दिया गया है। फिलहाल, इसे मंत्री के हिसाब से तैयार किया जा रहा हे।
मप्र में 15 महीने की सरकार में भितरवार से कांग्रेस विधायक लाखनसिंह यादव को पशुपालन मंत्री बनाया गया था। मंत्री पद मिलने के बाद उन्हें रेसकोर्स रोड़ पर शासकीय बंगला नम्बर 35 मिला था। मंत्री लाखनसिंह प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह के नजदीकी माने जाते हैं, पर सरकार जाने के बाद भी वह लगातार बंगले में रह रहे थे। दो दिसम्बर को कांग्रेस छोड़ेकर बीजेपी में आई इमरती देवी के साथ पूर्व मंत्री लाखनसिंह यादव को भी बंगला खाली करने पीडब्ल्यूडी विभाग ने नोटिस दिया गया था।
पीडब्ल्यूडी में बंगला के नाम से थी दहशत
इमरती को नोटिस पर काफी हंगामा हुआ था। 4 दिसम्बर को नोटिस वापिस लेते हुए प्रभारी कार्यपालन यंत्री का तबादला भी भोपाल कर दिया गया था। इसके बाद भी पीडब्ल्यूडी में बंगला नाम से ही दहशत फैल जाती थी और अब पूर्व मंत्री लाखनसिंह से बंगला खाली करा लिया गया है। 3 दिन पूर्व ही बंगला खाली हुआ है। मंगलवार को बंगले पर मप्र सरकार में सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंध विभाग मंत्री डॉ. अरबिंद भदौरिया की नेम प्लेट लग गयी हैं। अभी जल्द ही मंत्री भदौरिया इसमें रहेंगे। मंगलवार को मंत्री भदौरिया के मुताबिक बंगले की साफ सफाई का काम शुरू हो गया हैं।