गार्ड की नौकरी छूटी तो छत पर उगाने लगे मशरूम, अब वेतन से ज्यादा कमाई

ये हैं विनाेद सिंह राजावत। निजी बैंक में सुरक्षा गार्ड थे, लेकिन अब मशरूम उगा रहे हैं और किसी फॉर्म या खेत में नहीं बल्कि सिकंदर कंपू की शंकर कॉलोनी स्थित घर की छत पर। दरअसल, विनाेद सिंह जिस बैंक में बतौर सिक्योरिटी गार्ड 18 हजार रुपए पगार पर नाैकरी करते थे, वह फरवरी में छूट गई।
उसके बाद कोरोना की वजह से देश में लॉकडाउन लग गया। इसी दाैरान उन्हाेंने हरियाणा के किसान की कहानी साेशल मीडिया पर देखी, जाे घर पर मशरूम उगाकर सफल हुआ। इसे देखकर विनाेद सिंह ने भी सोशल मीडिया पर आने वाले कार्यक्रम देखकर मशरूम उगाने की विधि सीखी और काम शुरू कर दिया। तीन माह से वे छत पर मशरूम उगा रहे हैं। अब उन्हें वेतन से ज्यादा आय हाे रही है।
पहले परिजन ने विरोध किया था, जब अच्छे परिणाम आए तो सब साथ हाे गए
मैं एक निजी बैंक में गार्ड था। फरवरी में नौकरी छूटने के बाद मैंने सोशल मीडिया पर हरियाणा के किसान की कहानी देखी। उसने मशरूम की खेती की मात्र दो यूनिट लगाईं और धीरे-धीरे वह दूसरों को रोजगार देने लायक बन गया। इससे मैं प्रेरित हुआ और सोशल मीडिया पर मैंने छत पर मशरूम की खेती करने की विधि सीखकर छत पर 13 गुणा 40 फीट की यूनिट बनाई।
इसके बाद खुद पुआल लाकर झोपड़ी बनाई। इस दौरान गिरने से मुझे चोट लगी और काम एक महीना लेट हो गया। पत्नी मुन्नी और अन्य परिजन ने कहा कि मैं जो कर रहा हूं, उससे पैसा ही खराब होगा, लेकिन मैं काम में लगा रहा। पिछले तीन महीने से मशरूम फाॅर्म से ही घर चल रहा है। गार्ड की नौकरी में सिक्योरिटी एजेंसी से 18 हजार रुपए मिलते थे लेकिन मशरूम से हर महीने 20 से 25 हजार तक कमा रहा हूं।