एक ही वितरण केंद्र; यूरिया लेने राेज पहुंच रहे 400 से ज्यादा किसान, लंबी लाइन लगी ताे किया हंगामा

गेहूं की फसल बोवनी में तेजी के साथ ही अब यूरिया खाद का संकट गहरा गया है। ऐसे में एक ही गोदाम से खाद बांटी जा रही है। सर्दी के मौसम में किसान सुबह छह बजे से खाद लेने के लिए लाइन में लग रहे हैं। बुधवार को भीड़ अधिक होने के कारण विवाद की स्थिति बनी ताे किसानों ने हंगामा कर दिया। तहसीलदार ने राजस्व टीम और पुलिस काे माैके पर भेजा, तब लाइन लगवाई गई और खाद बांटना शुरू हाे सका।

भितरवार कृषि उपज मंडी परिसर में स्थित मध्यप्रदेश राज्य विपणन सहकारी संघ के सरकारी गोदाम से अंचल के किसानों को यूरिया खाद बेचा जा रहा है। गाेदाम पर हालात यह हैं कि किसान सुबह से ही शासकीय वितरण केंद्र पर आकर लाइन में लग जाते हैं। कड़कड़ाती सर्दी में सुबह 6 बजे से लाइन लगना शुरू हो जाती है। ऐसे में दूरदराज से आने वाले किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है जिससे वे परेशानी का सामना कर रहे हैं। किसानों को मजबूरी में निजी दुकानों से ज्यादा दाम पर खाद खरीदना पड़ रही है। प्रतिदिन शासकीय खाद गोदाम के बाहर 300 से 400 किसानों की लाइन लग रही है।

ब्लॉक में अभी 500 मीट्रिक टन यूरिया खाद का स्टॉक

अंचल में 54 हजार हेक्टेयर में बोवनी की गई है। वहीं ब्लॉक में अभी 500 मीट्रिक टन यूरिया खाद का स्टाक है लेकिन वितरण केंद्र एक ही बनाए जाने के कारण व्यवस्था गड़बड़ा रही है। वहीं कृषि अधिकारियों का दावा है कि यूरिया की कमी नहीं है। बुधवार को यहां कुछ किसानों ने जल्दी खाद लेने की कोशिश करते हुए हंगामा कर दिया। तहसीलदार श्यामू श्रीवास्तव के निर्देश पर भितरवार थाने से पुलिस बल मौके पर पहुंचा और किसानों को लाइन में लगाया।

टाेकन लेने के दाे-तीन बाद भी नहीं मिल रही खाद

किसानों को खाद का वितरण पीओएस मशीन पर फिंगर लगाने के बाद किया जा रहा है। इस कारण अधिकतर किसान सुबह से शाम तक लाइन में लगने के बावजूद भी खाद नहीं ले पा रहे हैं। खासकर उन किसानों को अधिक परेशानी उठाना पड़ रही है जो दूरदराज से आते हैं। शाम काे उन्हें निराश होकर लौटना पड़ता है। कई किसान टाेकन मिलने के दो से तीन दिन बाद भी खाद के लिए भटक रहे हैं।

वितरण केंद्र पर अपने चहेतों को पहले मिलती है खाद

सरकारी गोदाम पर बैठे कर्मचारी खाद देने में पक्षपात कर रहे हैं। किसान बोले कर्मचारियों द्वारा अपने परिचितों को लाइन में लगे बिना ही गुपचुप तरीके से खाद दे दी जाती है। अन्य किसानों को लाइन में लगे हुए ही सुबह से शाम हो जाती है। ज्यादातर किसान खाद लिए बिना ही लौट जाते हैं। ऐसे में उन्हें दूसरे दिन आना पड़ता है। बुधवार को भी किसानों द्वारा इसी बात के लेकर हंगामा किया गया।

कुछ ही दिनों में खाद की दूसरी रैक भी आने वाली है

सरकारी गोदाम में इस समय यूरिया खाद का पर्याप्त स्टॉक है। किसानों को रोजाना खाद का वितरण किया जा रहा है। कुछ ही दिनों में खाद की एक और रैक आने वाली है। किसान किसी भी प्रकार की चिंता नहीं करें। खाद की कमी नहीं होगी। अंचल के सभी किसानों को खाद दिया जाएगा। - ओपीएस राजपूत, वरिष्ठ कृषि विकास अिधकारी, भितरवार