प्रदेश में ग्वालियर सहित 15 जिलों में नशे के व्यापार के खात्मे की रणनीति तैयार हुई

भोपाल. मध्य प्रदेश में माफिया के खिलाफ एक्शन के साथ ही अब शिवराज सरकार प्रदेश में बढ़ते नशे के कारोबार पर बड़ा एक्शन लेने की तैयारी में है। शुक्रवार को इस संबंध में मुख्यमंत्री निवास में हुई बैठक में नशे को पूरी तरह से खत्म करने की रणनीति पर चर्चा हुई। प्रदेश में सूखे जहर का बढ़ता कारोबार और माफिया के खात्म के लिए कई स्तर पर तैयारी कर ली है। इस बैठक में मप्र के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेके जौहरी, अपर मुख्य सचिव (गृह) राजेश राजौरा मौजूद थे इसके अलावा वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए 8 संभागों के आयुक्त, आईजी और 15 जिलों के कलेक्टर और एसपी भी मौजूद रहे।

15 से 22 दिसंबर तक नशा विरोधी विशेष अभियान चलाया जाना प्रस्तावित

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि देश में नारकोटिक्स ब्यूरो की ओर से 15 से 22 दिसंबर तक नशा विरोधी विशेष अभियान चलाया जाना प्रस्तावित है। सीएम ने निर्देश दिए कि इस संबंध में प्रदेश में सघन अभियान चलाकर नशीली वस्तुओं का कारोबार करने वालों को नेस्तनाबूद कर दिया जाए।

गृहमंत्री ने दी चेतावनी

गृहमंत्री ने बयान जारी कर नशे का कारोबार करने वाले असामाजिक तत्वों को चेतावनी दी और कहा कि मेरी खुली चेतावनी है कि वे या तो प्रदेश छोड़ दे या फिर अंजाम भुगतने के लिए तैयार हो जाएं। वहीं गृहमंत्री ने लव जिहाद के मामलों में कहा कि नशा भी एक बड़ी वजह है। हम नशे के सौदागरों को नेस्तनाबूद करके ही रहेंगे।