बारिश के बाद भी वायु प्रदूषण का स्तर ज्यादा बताया; 15 नवंबर को शहर में हुई थी बारिश, फिर भी एक्यूआई रहा था 285

वायु प्रदूषण की निगरानी के लिए जीवाजी विश्वविद्यालय परिसर में लगाया गया मॉनिटरिंग स्टेशन गलत आंकड़े दे रहा है। दीवाली से पहले (8 से 10 नवंबर) वायु प्रदूषण का स्तर निर्धारित मानक (एक्यूआई-100) से चार गुना ज्यादा बताने वाले स्टेशन ने दीवाली के दिन एक्यूआई 328 और अगले दिन (15 नवंबर) को 285 बताया, जबकि 15 नवंबर को शहर में रिकॉर्ड बारिश (58.1 मिमी) हुई थी।

जानकारों का मानना है कि बारिश के बाद प्रदूषण का स्तर कम होता ही है। लेकिन मशीन के आंकड़ों पर बारिश का असर भी दिखाई नहीं दिया। इतनी बारिश इस वर्ष मानसून में भी नहीं हुई थी। बारिश के चलते 15 नवंबर को शहरवासी आतिशबाजी नहीं चला सके। लेकिन स्टेशन के आंकड़ों पर इसका असर नहीं दिखा।

बारिश का असर अगले दिन देखने को मिला

जेयू परिसर में लगा मॉनिटरिंग स्टेशन सही आंकड़े दे रहा है। 15 नवंबर को हुई बारिश का असर 16 नवंबर के आंकड़ों में देखने को मिला। इस दिन एक्यूआई 102 रहा। नवंबर अंत में मशीन का संधारण भी कराया जाएगा।