एक साल में 264 पुलिस और 18 आईटीबीपी के शहीद हुए जवानों को किया नमन

साल भर में 264 पुलिस विभाग के और 18 जवान आईटीबीपी के शहीद हुए। ऐसे बहादुरों के सम्मान में हमार सिर सदैव नत मस्तक रहेगा। क्योंकि उन्होंने अपना सर्वस्व समर्पण कर इस देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है।
यह बात पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर दूरसंचार वाहिनी, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल में आयोजित हुए कार्यक्रम के दौरान उपमहानिरीक्षक राजीव लोचन शुक्ल ने कही। उन्होंने कहा कि 61 साल पहले आज ही के दिन 21 अक्टूबर 1959 को चीनी सेना ने सीआरपीएफ की टुकडी पर लद्दाख के दुर्गम क्षेत्र हॉट- स्प्रिंग्स इलाके में मातृभूमि की रक्षा के लिए तैनात जवानों पर हमला किया था जिसमें वह वीरगति को प्राप्त हुए थे।
इन्हीं 10 सैनिकों की याद में प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। जिसमें शहीदों की शहादत को याद कर उन्हें नमन किया जाता है। इस दौरान उपमहानिरीक्षक, दूरसंचार वाहिनी राजीव लोचन शुक्ल के नेतृत्व में वाहिनी के समस्त अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी और जवानों ने दो मिनट का मौन धारण कर शहीदों को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
बताया कि उन शहीदों को याद कर हमें देश सेवा की प्रेरणा लेनी चाहिए। और अपनी देश सेवा को निरंतर, निर्भीक जारी रखना चाहिए ताकि देश की सम्प्रभुता और अखंडता को सदैव सर्वोपरि रखा जा सके। आयोजन के दौरान शहीदों की वीर गाथाओं से भी जवानों को अवगत कराया गया।