भोपाल के लिए दशहरा पर मंगला एक्सप्रेस स्लीपर में नो रूम, जीटी में लंबी वेटिंग, शताब्दी एक्सप्रेस और विशाखापट्टनम में सीटें खालीं

रेलवे ने त्योहारी सीजन में भले ही ट्रेनों की संख्या बढ़ा दी है। लेकिन कोरोनाकाल में पड़ने वाले त्योहार में ज्यादातर लोग अपने घर परिवार के साथ त्योहार मनाना चाहते हैं। इससे दशहरा पर ग्वालियर से भोपाल के लिए चलने वाली 15 ट्रेनों में शताब्दी एक्सप्रेस और नई दिल्ली विशाखापट्‌टनम फेस्टिवल ट्रेन को छोड़कर ज्यादातर ट्रेनों में लंबी वेटिंग है।

वहीं निजामुद्दीन से एर्नाकुलम के बीच चलने वाली मंगला एक्सप्रेस में ग्वालियर से भोपाल के लिए स्लीपर में नो रूम लिखकर आ रहा है। यानी स्लीपर क्लास में 23 अक्टूबर, 25 अक्टूबर और 27 अक्टूबर को एक भी सीट खाली नहीं है। अन्य तारीख में वेटिंग है। वहीं थर्ड एसी में मंगला एक्सप्रेस में ग्वालियर से भोपाल के लिए 23 से 26 अक्टूबर के बीच में 6 से 14 तक वेटिंग का टिकट मिल रहा है।

कोरोनाकाल में अभी ग्वालियर से करीब 25 फीसदी ट्रेन गुजर रही हैं। जीटी एक्सप्रेस ग्वालियर से रात 11:21 चलती है। इस ट्रेन में ग्वालियर से भोपाल जाने वाले यात्रियों की संख्या सबसे अधिक रहती है। लेकिन 25 अक्टूबर को होने वाले दशहरा पर ग्वालियर से भोपाल के लिए स्लीपर श्रेणी में 23 अक्टूबर को 120, 24 अक्टूबर को 125 और 25 अक्टूबर को 76 वेटिंग है। जबकि इसी ट्रेन में थर्ड एसी में 12 से 23 तक वेटिंग का टिकट मिल रहा है। कोरोनाकाल में रेलवे ने नियम बनाया है कि वही यात्री ट्रेन में सफर कर सकते हैं, जिनका टिकट कंफर्म है।

यात्रियों को कंफर्म टिकट की जानकारी ट्रेन छूटने के 2 घंटे पहले तक मिल रही है। इससे यात्री असमंजस में रहते हैं। गोवा एक्सप्रेस, सचखंड एक्सप्रेस, तेलंगाना एक्सप्रेस, भोपाल एक्सप्रेस, केरला एक्सप्रेस, नई दिल्ली-विशाखापट्‌टम में स्लीपर और थर्ड एसी दोनों श्रेणी में ग्वालियर से भोपाल के लिए 23 से 26 अक्टूबर के बीच वेटिंग का टिकट मिल रहा है।

अब सिर्फ तत्काल टिकट का सहारा

यात्रियाें के पास अब केवल तत्काल टिकट का ही सहारा है। तत्काल टिकट बुक कराने के नाम पर दलाल 500 से 700 रुपए तक कमीशन मांगते हैं। यात्री यदि रेलवे के विंडो पर जाकर तत्काल का टिकट बुक कराना चाहते हैं तो बुकिंग शुरू होते ही सीटें फुल हो जाती हैं। एक से दो यात्रियों को ही तत्काल का टिकट मिल पाता है।

दीपावली तक चल सकती है चंबल व ताज

उधर, रेलवे दीपावली तक ग्वालियर से हावड़ा के बीच चलने वाली चंबल एक्सप्रेस और निजामुद्दीन से झांसी के बीच चलने वाली ताज एक्सप्रेस को भी चलाने की तैयारी कर रहा है। पीआरआे मनोज कुमार सिंह ने कहा कि रेलवे बोर्ड से जिन ट्रेनों को मंजूरी मिल रही है, उन्हें ही अभी चलाया जा रहा है। कौन सी ट्रेन कब चलेगी, इसके बारे में अभी कुछ नहीं कह सकते।