जहरीली शराब मामले में एसआईटी की बड़ी कार्रवाई, 104 आरोपी गिरफ्तार, 623 लीटर शराब जब्त

उज्जैन. जहरीली शराब से 36 घंटे में 14 लोगों की मौत मामले में एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। शुक्रवार सुबह टीम सबसे पहले निगम के पुराने दफ्तर यानी रीगल टॉकीज भवन पहुंची। आरोपी बंद पड़े भवन की पॉर्किंग और छत पर झिंझर शराब बनाकर सप्लाई करते थे यहां पर मौजूद कर्मचारी से पूछा कि इतने समय से यह बस चल रहा था तुम्हें पता था या नही। खाराकुआं थाने पर जांच के बाद टीम महाकाल थाने पहुंची। दूसरी ओर पुलिस की अब तक की कार्रवाई में 104 आरोपी गिरफ्तार हो चुके है वहीं 623 लीटर शराब जब्त की जा चुकी है।

बिसरा ग्वालियर लैब भेजा गया

गृह विभाग के सचिव राजेश राजौरा ने बताया कि घटना कैसे घटित हुई घटना के पीछे क्या कारण थे इसमें कौन-कौन दोषी है, जो कार्रवाई की जानी थी वह समय पर हुई या नहीं इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं। जांच के बाद एक रिपोर्ट राज्य सरकार को देंगे और उन्होंने कहा कि मौके से आरएच 137 लॉट नंबर का डिनेचर्ड स्प्रिट जब्त हुआ है। ऐहतियाजन इस लॉट नंबर के स्प्रिट की सप्लाई प्रदेशभर में रोक दी गई है। इस के लिए डीली और सप्लायर को जानकारी दे दी गई है। इसका दुरूउपयोग देखने में आया है इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। अब तक 12 मौतें कंफर्म है, बिसरा ग्वालियर लैब भेजा गया है इसके बाद ही असली वजह पता चल पाएगी। हम स्प्रिट का लॉट नंबर 140 और 137 के सैंपल जांच के लिए भेज रहे है।

तीन सदस्यीय टीम पहुंची जांच के लिए

जांच करने देर रात गृह विभाग के सचिव राजेश राजौरा, एडीजी एस के झा और रतलाम डीआईजी सुशांत सक्सेना उज्जैन पहुंचे। उधर देर रात कलेक्टर ने जहरीली शराब बनाने वालों पर रासुका लगा दी है। मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज ने जांच के लिए एसआईटी बनाई और अपर मुख्य सचिव गृह से रिपोर्ट मांगी है। एसआईटी दो दिन बाद अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।