गायब पत्नी के मिलने पर उसे दी गयी सजा, पति को कंधे पर बैठाकर घुमाना पड़ा

मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में एक बार फिर कथित परंपरा के नाम पर एक विवाहिता को सरेराह प्रताड़ित कर उसे तालीबानी सजा देने का मामला सामने आया है. इस मामले में विवाहिता को अपने पति को कंधे पर बैठाकर गांव में घुमने के लिए जबरन मजबूर किया गया.

यह घटना झाबुआ जिला मुख्यालय से महज 14 किलोमीटर दूर छापरी रणवास गांव की बतायी जा रही है. जहां मंगलवार शाम यह घटना हुयी. इस घटनाक्रम का वीडियो भीड़ में मौजूद किसी शख्स ने बना लिया था. जिसके बाद अब जाकर वह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

पुलिस ने पीड़िता को कोतवाली बुलाकर मामले में वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है. पीड़िता के अनुसार उस पर इस बात को लेकर शक किया गया था कि वह कथित प्रेम प्रसंग में किसी के साथ चली गयी थी. यही आरोप लगाकर गांव वालों ने उसे वह सजा दी थी.

वायरल वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि लोग महिला को धक्का दे रहे हैं और उसे मजबूर किया जा रहा है कि वह पति को कंधे पर बैठाकर घूमे. यहां तक की महिला के पति को भी धकियाकर मजबूर किया गया कि वह पत्नी के कंधे पर सवार हो.

गांव वालों के दबाव में आया पति अपनी पत्नी के कंधे पर सवार हो जाता है और फिर महिला को गांव की मुख्य सड़क पर घुमाया जाता है. कई लोग जो इस भीड़ का हिस्सा थे वह तमाशबीन बने रहे तो कुछ मोबाइल पर वीडियो बनाते रहे. लेकिन पीड़िता की मदद को कोई आगे नहीं आया. बहरहाल पुलिस ने पीड़िता को कोतवाली बुलाकर वैधानिक कार्रवाई बुधवार देर रात शुरु कर दी है. लेकिन आरोपियों को उनके किए की सजा कब मिलेगी इस पर पुलिस भी खामोश है.

अपने साथ हुई इस अमानवीयता के बारे में बताते हुए पीड़िता ने आज तक से कहा, "मेरे पति को मेरे कंधे पर बैठाया गया क्योंकि उनका आरोप था कि मैं किसी के साथ चली गयी थी. मुझे मारा. गांव वाले थे जिनको नहीं पहचानती." झाबुआ कोतवाली के टीआई सुरेंद्र गाड़रिया ने आज तक से हुई बातचीत में कहा, "यह छापरी रणवास की घटना है. और पति-पत्नी के विवाद में गांव वालों ने महिला के पति को महिला के कंधों पर बैठाया. सूचना मिलने पर महिला को थाने लाकर बातचीत कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है."