गलवान में पीछे हटी चीनी सेना, टेंट-सामान गायब, नई सैटेलाइट इमेज में दिखे सबूत

भारत और चीन के बीच पिछले करीब दो महीने से जारी विवाद अब थमता हुआ दिख रहा है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच हुई बातचीत के बाद बॉर्डर पर चीनी सेना ने अपने कैंप को पीछे कर लिया है. इसकी गवाही अब सामने आईं नई सैटेलाइट तस्वीरें भी दे रही हैं. 6 जुलाई को ली गई तस्वीरें दिखा रही हैं, जिस जगह पर पहले चीनी सैनिकों ने कैंप जमाया हुआ था अब वो खाली है. दोनों देशों के बीच बातचीत में तय हुआ था कि चीनी सेना मौजूदा जगह से पीछे हटेगी और फेज़ के हिसाब से सैनिकों को हटाया जाएगा. जिसके बाद चीनी सेना गलवान घाटी से करीब 1 किमी. तक पीछे हट चुकी है. सैटेलाइट इमेज के अनुसार, पैट्रोल प्वाइंट 14 से चीनी सेना के टेंट, व्हीकल और अन्य साजो सामान हट चुके हैं. मैक्सर टेक्नोलॉजी के द्वारा ली गई इन सैटेलाइट तस्वीरों में पिछले कुछ दिनों में लद्दाख सीमा पर हुए बदलाव को देखा जा सकता है. पहले गलवान नदी के पास जहां पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच झड़प हुई थी, वहां पर चीनी सेना ने अपने टेंट जमा लिए थे. भारत इसी का विरोध कर रहा था. लेकिन अब जब नई तस्वीरों को देखें, तो ये इलाका पूरी तरह से खाली है. अब कोई भी चीनी टेंट, सिर्फ चीन वाले इलाके में ही दिख रहा है. गलवान घाटी में 15 जून को झड़प हुई, जिसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए. इसी के बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ गया था और फिर दोनों ओर से बॉर्डर पर सैनिकों की संख्या को कई गुना तक बढ़ाया गया था. आपको बता दें कि मई के पहले हफ्ते से ही दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई थी. सैन्य लेवल पर कई दौर की बात हुई, लेकिन उससे मामला सुलझता हुआ नहीं दिख रहा है. इसके बाद बीते दिनों NSA अजित डोभाल ने चीनी समकक्ष से बात की, जिसमें दोनों देशों के बीच सहमति बनी. दोनों देशों ने माना कि मतभेद को मनभेद ना बनने दिया जाए, दोनों देशों की सेनाएं फेज के हिसाब से अपने सैनिकों को कम करें ताकि तनाव की स्थिति ना हो. अभी के लिए बफर जोन बनाया गया है, ताकि सैनिक कम होने तक कोई झड़प ना हो. ऐसे में कुछ वक्त के लिए पैट्रोलिंग रोकी गई है, जिसे बाद में शुरू किया जाएगा