राममंदिर का सपना साकार हो रहा है,मुझे गर्व है कि मैं भी कारसेवा में शामिल हुआ था : राजाबाबू सिंह IPS

ग्वालियर। बीएसएफ दिल्ली मुख्यालय में आईजी के पद पर पदस्थ मध्य प्रदेश कैडर के वरिष्ठ आईपीएस राजा बाबू सिंह का अयोध्या के राम मंदिर से पुराना नाता है वे भी एक ईंट लेकर दिसंबर 1992 में अयोध्या गए थे उन्होंने उस वक्त टेंट में विराजमान रामलला के दर्शन किए।उन्होंने एक ईंट समर्पित कर भगवान श्री राम से प्रार्थना की थी कि यहां एक दिन भव्य राम मंदिर बने। आईपीएस श्री राजाबाबू बताते है की आज भी मुझे वह दिन याद है जब मैं इलाहाबाद में सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा था। RSS की दारागंज शाखा द्वारा छात्रों को अयोध्या ले जाने के लिये बस का इंतजाम किया था। टेंट में विराजमान रामलला के दर्शन करने की ऐसी उत्सुकता थी। मैं अपने सहपाठियों के साथ बस में सवार हो गया था। एक ईट साथ ले गया था अयोध्या में विवादित ढांचे के पास जाने से हमें रोक दिया था। इसलिये उस ऐतिहासिक पल का साक्षी नहीं बन सका था। गर्व है कि अब रामलला विराजित हो रहे हैं। अयोध्या में राम मंदिर का जो सपना 31 वर्ष पूर्व देखा था वह साकार होने जा रहा है। मैं आनंदित हूं मैं 31 वर्ष पूर्व अयोध्या पहुंचा था। आज राममंदिर का सपना साकार होते हुए देख रहा हूं यह कहना है कि एमपी कैडर के सीनियर आईपीएस अफसर श्री राजाबाबू सिंह का। उन दिनों को याद करते हुए श्री राजाबाबू सिंह ने को बताया कि उस वक्त वह 25 वर्ष के थे जब कारसेवक बनकर अयोध्या पहुंचे थे। 3 दिसम्बर 1992 का दिन था जब वह अयोध्या पहुंचे थे। विवादित ढांचा गिराये जाने से पहले वहां पहुंचे थे। कड़ाके की ठण्ड थी फिर भी ऐसा उत्साह था, ठण्ड भी उन्हें न रोक पायी। उन्हें 6 दिसम्बर से पहले ही लौटना पड़ा, क्योंकि विवादित ढांचे के पास जाने से रोक दिया था। अब पूरे देश का सपना साकार होने जा रहा है। राजाबाबू सिंह कहते हैं जल्द ही रामलला के दर्शन के लिये जायेंगे। श्री सिंह 1994 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी है। वर्तमान में केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर हैं और BSF में बतौर IG पदस्थ है। मध्यप्रदेश में वह 4 जिलों के पुलिस कप्तान भी रह चुके है। जबकि ग्वालियर जोन में IG और ADG भी रहें हैं। राजाबाबू सिंह जब ग्वालियर जोन में आईजी एवं एडीजी थे तो उन्होंने पूरे ग्वालियर जोन में अपनी अलग ही पहचान बना ली थी।