एक दिन में 36,500 करोड़ रुपये बढ़ गई मुकेश अंबानी की संपत्ति, दुनिया के नौवें अमीर शख्स

एशिया के सबसे अमीर कारोबारी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी की संपत्ति एक दिन में ही 4.18 अरब डॉलर (करीब 36,500 करोड़ रुपये) बढ़ गई. ब्लूमबर्ग बिलियनरीज इंडेक्स के मुताबिक रिलायंस का मार्केट कैपिटल रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच जाने से यह बढ़त हुई है. वह अब दुनिया के नौवें सबसे अमीर शख्स हैं.

  • मुकेश अंबानी की संपत्ति में एक दिन में 36,500 करोड़ का इजाफा
  • रिलायंस के शेयर रिकॉर्ड लेवल 1804 रुपये पर पहुंचे
  • अब दुनिया के नौवें सबसे अमीर शख्स हैं मुकेश अंबानी

रिकॉर्ड लेवल पर रिलायंस के शेयर

असल में रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैपिटल यानी बाजार पूंजी सोमवार को 150 अरब डॉलर के रिकॉर्ड लेवल को पार कर गया है. रुपये में बात करें रिलांयस की बाजार पूंजी 11.22 लाख करोड़ रुपये को पार कर गई. रिलायंस के शेयर का भाव सोमवार को बीएसई पर बढ़कर 1804 रुपये तक पहुंच गया जो इसका अब तक का एक रिकॉर्ड है.

शुक्रवार को शेयर बाजार बंद होने की तुलना में सोमवार को मुकेश अंबानी की संपत्ति 4.18 अरब डॉलर करीब 36,500 करोड़ रुपये बढ़ गई. Bloomberg Billionaires Index के अनुसार इसके साथ ही मुकेश अंबानी का अपना नेटवर्थ बढ़कर 64.5 अरब डॉलर (करीब 4,90,800 करोड़ रुपये) तक पहुंच गया है, जो एक दिन पहले के मुकाबले 4.18 अरब डॉलर ज्यादा है.

इसके साथ ही मुकेश अंबानी दुनिया के 9वें सबसे अमीर शख्स बन गए. अंबानी ने इस मामले में अमेरिका के ओरेकल कॉर्प के लैरी एलिसन और फ्रांस की फ्रैंकोईस बेटेनकोर्ट मेयर्स को पीछे छोड़ दिया. वह दुनिया के टॉप 10 अमीरों की सूची में जगह बनाने वाले एशिया के एकमात्र शख्स हैं.

लगातार मिल रही सफलता

गौरतलब है कि मुकेश अंबानी को लगातार सफलता पर सफलता मिल रही है.दरअसल पिछले दो महीने में रिलायंस जियो को कुल 11 निवेश मिले हैं. ताजा वैश्विक निवेश और कंपनी के शेयर के भाव के रिकॉर्ड उछाल से मुकेश अंबानी की संपत्ति तेजी से बढ़ी है. उनके नेतृत्व में समूह की कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स में पिछले कुछ हफ्तों में ही 1.68 लाख करोड़ रुपये का निवेश हासिल हुआ है. कंपनी ने मार्च 2021 तक कर्जमुक्त होने का लक्ष्य रखा था, लेकिन उससे पहले ही कर्जमुक्त हो गई.

मुकेश अंबानी ने बताया कि पिछले दो महीनों में राइट्स इश्यू और वैश्विक निवेशकों से रिकॉर्ड 1.68 लाख करोड़ रुपये जुटाने के बाद कंपनी का शुद्ध ऋण शून्य हो गया है. जियो में आखिरी निवेश 18 जून को सऊदी अरब के पीआईएफ ने की थी. कंपनी के 11,367 करोड़ रुपये में जियो प्लेटफॉर्म्स की 2.32 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के साथ ही कंपनी के साथ वित्तीय सहयोगी जोड़ने का मौजूदा चरण खत्म हो गया है.