लॉकडाउन: अयोध्या में ऑड-ईवन फॉर्मूले से चल रहीं दुकानें, सैलून-पार्लर में खास हिदायत

लॉकडाउन 4.0 में अयोध्या में खासी रियायत देखने को मिल रही है. लोगों के आने जाने से लेकर दुकान खोलने तक पर कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन सब कुछ पहले की तरह है, ऐसा भी नहीं है. पुलिस और प्रशासनिक अफसर लोगों और दुकानदारों को लाउडस्पीकर से लगातार उन निर्देशों के बारे में बता रहे हैं जिसको न मानने पर कड़ी कार्रवाई किए जाने का प्रावधान है.

  • सैलून में अपॉइंटमेंट पर मिल रही लोगों को एंट्री
  • भीड़ वाले बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग पर खास जोर

दुकान खोलने को लेकर ऑड-इवन की तर्ज पर एक रोस्टर प्रणाली बनाई गई है. इसके मुताबिक आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर बाकी दुकानों को सप्ताह में 3 दिन खोलने की ही अनुमति है. रोस्टर प्रणाली इस तरह बनाई गई है कि जो दुकान खुली रहे, उसके बगल की दुकान बंद रहे.

अयोध्या सिटी के सीओ अरविंद चौरसिया ने कहा, "डीएम का आदेश आया है कि रोस्टर प्रणाली अपनाई जाए. हमारे यहां जो मार्केट है वह काफी कनजस्टेड होती है. उसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कई बार नहीं हो पाता है. सोशल डिस्टेंसिंग का अच्छा पालन करने के लिए ऑड-इवन की तर्ज पर रोस्टर प्रणाली यहां लागू कराई गई है. उसमें 3 दिन कुछ दुकानों को खोलने के लिए नियम हैं और प्रतिदिन कुछ अन्य तरह की दुकानें खोली जाती हैं.

अरविंद चौरसिया ने कहा, मिठाई, राशन और दवा की दुकान प्रतिदिन खुलती है. मशीनरी, स्टेशनरी और कपड़े की दुकानों के लिए अलग-अलग रोस्टर बनाया गया है. आमने-सामने दुकानें न खुलें और लोगों को बीच दूरी बनी रहे, इसके लिए जो बाजार काफी घना है, वहां ऑड-इवन अपनाया गया है. वहीं अब सैलून पार्लर भी खुल गए हैं, लेकिन यहां भी कोरोना को लेकर हिदायतों का पालन किया जा रहा है.

सैलून पार्लर में अपॉइंटमेंट के जरिये कस्टमर आते हैं और एक बार में एक ही कस्टमर सैलून के भीतर रहता है. यही नहीं, उनका फेस मास्क लगाना अनिवार्य होता है. भीतर आने पर सैनिटाइज किया जाता है. सैलून कर्मचारी भी चेहरे पर मास्क लगाए रहते हैं और हाथों में ग्लव्स भी पहने रहते हैं. यानी सैलून पार्लर तो खुले हैं, लेकिन कोरोना को लेकर दी गई गाइडलाइन और निर्देशों का पालन करना उनके लिए जरूरी होता है.

लकी नाम के एक सैलून पार्लर वर्कर ने बताया कि कस्टमर पहले से कम हैं और सावधानी के लिए मास्क पहनने के लिए बोला जाता है. दुकान में सैनिटाइजर रखा जाता है और मास्क आदि पहनकर काम किया जाता है. बिना अपॉइंटमेंट के काम नहीं किया जाता. किसी को वेटिंग में नहीं रखा जाता है.