तमिलनाडु में खुलीं शराब की दुकानें, एक दिन में बिकी 172 करोड़ की शराब

कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने 25 मार्च से देश में लॉकडाउन लागू किया था. पहले 14 अप्रैल से 3 मई तक, और फिर इसे 17 मई तक बढ़ा दिया गया. लॉकडाउन लागू होने के बाद जरूरी वस्तुओं की दुकानें छोड़कर अन्य सभी दुकानें बंद रहीं. शराब की दुकानें भी.

  • मदुरै जोन में सर्वाधिक 46.78 करोड़ रुपये की बिक्री
  • चेन्नई जोन में सबसे कम 10.16 करोड़ रहा कलेक्शन

लॉकडाउन 3.0 के दौरान सरकार ने शराब की दुकानें खोलने की छूट दी, तो देश भर में शराब के लिए दुकानों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी. शराब की दुकानों के बाहर लंबी-लंबी कतारें नजर आईं. अब तमिलनाडु से भी शराब बिक्री के जो आंकड़ें सामने आए हैं, वो चौंकाने वाले हैं. प्रदेश में एक दिन में 172.59 करोड़ की शराब बिकी है.

तमिलनाडु स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन के अनुसार प्रदेश एक दिन में 172.59 करोड़ रुपये मूल्य के शराब की बिक्री हुई है. कॉर्पोरेशन के अनुसार प्रदेश की कुल 5146 दुकानों पर एक दिन में शराब की बिक्री औसतन 70 से 80 करोड़ रुपये की होती है. लेकिन 3750 दुकानों पर ही एक दिन में 170 करोड़ से अधिक कीमत की शराब बिकी. यह दैनिक कलेक्शन के दोगुने से भी अधिक है.

कॉर्पोरेशन के अनुसार मदुरै जोन में सर्वाधिक 46.78 करोड़ रुपये की शराब बिकी. वहीं, त्रिची जोन में शराब की दुकानों का कलेक्शन 45.67 करोड़ रुपये का रहा. इसी तरह सलेम जोन में 41.56, कोयंबटूर जोन में 28.42 करोड़ और चेन्नई जोन में सबसे कम 10.16 करोड़ रुपये की शराब बिकी. कॉर्पोरेशन के अनुसार पोंगल, दिवाली और नए साल के दौरान शराब की सेल 120 करोड़ से 200 करोड़ के बीच रहती है.

 लॉकडाउन के बाद जब दुकानें खुलीं, तब एक दिन में कलेक्शन 170 करोड़ से अधिक रहा. बता दें कि देश के कई हिस्सों में शराब की दुकानों पर इतनी भीड़ उमड़ी, सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ीं, कि इसे शुरू करने के आदेस पर ही चर्चा होने लगी. कई सरकारों ने प्रति व्यक्ति खरीद की सीमा निर्धारित कर दी, तो पंजाब ने शराब की होम डिलीवरी शुरू कराने की घोषणा कर दी.