क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद और राजदारों पर कसा शिकंजा, 2 करीबियों से पूछताछ

दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज प्रमुख मौलाना साद और उसके राजदारों पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच लगातार शिकंजा कसती जा रही है. गुरुवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच मौलाना साद के करीबी दो लोगों के जाकिर नगर इलाके में स्थित घर पहुंची. वहां क्राइम ब्रांच ने इनसे कुछ दस्तावेज के बारे में पूछताछ की और मरकज आने वालों की व्यवस्था से जुड़े 20 लोगों के बारे में जानकारी हासिल करने की कवायद की.

  • मौलाना साद के हवाला नेटवर्क की भी जांच कर रही क्राइम ब्रांच
  • क्राइम ब्रांच दर्जनभर हवाला कारोबारियों से भी कर चुकी पूछताछ
  • अब तक दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की गिरफ्त से दूर मौलाना साद

सूत्रों के मुताबिक, जिन दो लोगों के घर जांच के लिए क्राइम ब्रांच पहुंची, वो मौलाना साद के सबसे करीबी राजदार बताए जा रहे हैं. मौलाना साद का इनके घर पर अकसर आना जाना रहता था. मौलाना साद इनके यहां रुका भी करता था. दरअसल, क्राइम ब्रांच को जांच के दौरान 20 ऐसे लोगों के बारे में पता लगा जो मरकज़ में आने-जाने वाले जमातियों की व्यवस्था का काम देखते थे. इनके पास उन तमाम जमातियों का लेखा-जोखा होता है, जो जमात में शामिल होने आते हैं.

सूत्रों का कहना है कि इनके पास रेलवे के टिकट बुक करने के लिए बकायदा आईडी है. क्राइम ब्रांच को जांच के दौरान यह भी पता चला कि विदेशी ट्रैवल एजेंट के जरिए तमाम इलाकों के लोग इन 20 लोगों से अपने आने-जाने का इंतजाम कराते थे. इसलिए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इनसे यह पता लगाने में जुटी है कि इन्होंने ऐसे कितने लोगों के टिकट बुक कराए हैं, जो अब भी चकमा दे रहे हैं और गिरफ्तारी से बचने के लिए कहीं छिपे हुए हैं.

आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच लगातार मौलाना साद पर शिकंजा कसने की कवायद कर रही है. मौलाना साद के कुछ जानकारों के कॉल डिटेल के आधार पर क्राइम ब्रांच करीब आधा दर्जन हवाला कारोबारियों से भी पूछताछ कर चुकी है, जिससे यह पता चल सके कि मौलाना साद का हवाला कनेक्शन तो नही था? वहीं, मौलाना साद अभी तक क्राइम ब्रांच की गिरफ्त से बाहर चल रहा है.

फिलहाल क्राइम ब्रांच इस मामले की तमाम कड़ियां जोड़ने में लगी है, लेकिन क्राइम ब्रांच के सामने समस्या यह है कि जांच कर रहे कुछ पुलिस कर्मी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं. इसकी वजह से क्राइम ब्रांच की जांच टीम के कुछ पुलिस कर्मियों को क्वारनटीन करना पड़ा है.

दरअसल, मार्च में निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में जलसे का आयोजन किया गया था, जिसमें शामिल कई जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. इसके अलावा कई जमाती अपने-अपने ठिकानों को पहुंच चुके हैं. इन जमातियों पर कोरोना वायरस को फैलाने का आरोप लगाया जा रहा है.