लॉकडाउन में जमा थे 200 से ज्यादा लोग, मजनूं का टीला गुरुद्वारे के प्रबंधकों पर FIR

लॉकडाउन के निर्देशों का उल्लंघन करने के आरोप में मजनू का टीला गुरुद्वारा प्रबंधन के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया है. इस गुरुद्वारे से बुधवार को 200 से ज्यादा लोगों को बाहर निकाला गया था जो उसमें छिपे थे. लॉकडाउन के चलते इतने लोग गुरुद्वारा में पनाह लिए थे लेकिन गुरुद्वारा ने इसकी जानकारी पुलिस-प्रशासन को नहीं दी. गुरुद्वारे में ठहरे ये लोग ज्यादातर पंजाब के प्रवासी मजदूर थे जो दिल्ली में रहते थे, लेकिन अचानक लॉकडाउन के कारण वे दिल्ली में फंस गए. लिहाजा इन लोगों ने गुरुद्वारे में शरण ले रखी थी.

  • गुरुद्वारे में छिपे थे 200 से ज्यादा लोग
  • बुधवार सुबह सबको बाहर निकाला गया

गुरुद्वारे की घटना निजामुद्दीन तबलीगी मरकज की घटना के बाद सामने आई जिसमें 2 हजार से ज्यादा लोग रह रहे थे. लॉकडाउन के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए मरकज में एक साथ इतने लोगों का जमावड़ा था. बुधवार सुबह पुलिस ने मरकज से 2361 लोगों को बाहर निकाला और अलग-अलग जगहों पर क्वारनटीन में रखा. इसी तरह मजनू का टीला गुरुद्वारे से भी 200 से ज्यादा लोगों को निकाल कर नेहरू विहार के एक स्कूल में शिफ्ट किया गया. इस स्कूल में क्वारनटीन सेंटर बनाया गया है जहां इन सभी लोगों को रखा गया है.

दूसरी ओर, निजामुद्दीन मरकज के आस-पास के इलाकों में सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. एमसीडी के अधिकारी दिल्ली फायर सर्विस के साथ मिलकर उन तमाम घरों और गलियों में छिड़काव कर रहे हैं जहां-जहां जमातियों के जाने का शक है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी ये आशंका जताई है कि दिल्ली में कोरोना के मामले अभी और बढ़ सकते हैं. सत्येंद्र जैन ने बताया कि आज (गुरुवार) भी काफी सारे संदिग्धों की रिपोर्ट आने वाली है जिसमें ज्यादातर निजामुद्दीन मरकज के जमाती हैं. मरकज जमात से कोरोना फैलने के मामले में तबलीगी मरकज के मौलाना साद की तलाश जारी है. उन्होंने एक ऑडियो जारी कर खुद को आईसोलेशन में बताया है.

मजनू का टीला गुरुद्वारे में पनाह पाए लोगों के मामले में भी प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार किया है. कुछ दिन पहले गुरुद्वारा प्रबंधन ने दिल्ली सरकार से आग्रह किया था कि गुरुद्वारे के सराय का इस्तेमाल आइसोलेशन वार्ड के लिए किया जा सकता है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिरसा ने कहा था कि गुरुद्वारे के 20 कमरे आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं जिनका इस्तेमाल क्वारनटीन के लिए किया जा सकता है. पत्र में कहा गया था कि प्रबंधन हेल्थ स्टाफ के लिए अलग से कमरे मुहैया कराएगा, साथ ही गुरुद्वारे की विशाल पार्किंग का भी उपयोग किया सकता है.