प्लाज्मा डोनेट करने वाले तबलीगी को बताया हीरो, IAS अधिकारी से जवाब तलब

कर्नाटक में कोरोना लॉकडाउन के दौरान प्लाज्मा डोनेट करने वाले तबलीगियों को लेकर ट्वीट करने पर एक आईएएस अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. कर्नाटक सरकार ने आईएएस अधिकारी मोहम्मद मोहसिन को नोटिस जारी करके पांच दिन के भीतर जवाब मांगा है.

  • प्लाज्मा डोनेट करने पर तबलीगी की तारीफ की
  • कर्नाटक सरकार ने नोटिस दे जवाब तलब किया

असल में, आईएएस अधिकारी मोहम्मद मोहसिन ने प्लाज्मा डोनेट करने वाले तबलीगी जमात के सदस्यों को लेकर ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने तबलीगी सदस्यों को हीरो बताया है. मोहम्मद मोहसिन ने लिखा था, 'तबलीगी जमात के 300 से ज्यादा लोगों ने प्लाज्मा डोनेट किया. मीडिया कहां है? ये लोग इन हीरो की कहानियां नहीं दिखाएंगे, जिन्होंने मानवता का काम किया है.'

मार्च में दिल्ली स्थित तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोग जुटे थे, जिनमें कई कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. इस मामले को लेकर देश में काफी बवाल हुआ है. यह मुद्दा लगातार सुर्खियों में बना रहा. कोरोना पॉजिटिव पाए गए कई तबलीगी सदस्यों ने इलाज के बाद अपना प्लाज्मा डोनेट किया है.

मुख्तार अब्बास नकवी कस चुके हैं तंज

तबलीगी जमात के लोगों द्वारा प्लाज्मा डोनेट करने पर केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी तंज कस चुके हैं. मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा था कि भारत में कोरोना फैलाने वाले तबलीगी अपने आपको कोरोना वॉरियर्स बता रहे हैं. अपने गुनाहों पर शर्म करने के बजाय लाखों कोरोना वॉरियर्स का अपमान कर रहे हैं. इसे कहते हैं चोरी और सीनाजोरी.

हालांकि, उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'बेशक कुछ राष्ट्रभक्त मुसलमानों ने जरूरतमंदों को प्लाज्मा दिया है पर उन्हें तबलीगी कहना ठीक नहीं. हर हिंदुस्तानी मुसलमान को तबलीगी साबित करने की "सुनियोजित घटिया तबलीगी साजिश" है. भारत कोरोना से लड़ रहा है.'