कोरोना के बीच बढ़ी ब्रिटेन की मुसीबत, मौसम में बदलाव से वैज्ञानिक हैरान

ब्रिटेन में अभी कोरोना वायरस से जूझ रहा है. हालत काफी खराब है. इसी बीच मौसम ने बदलाव करके उसकी मुसीबत बढ़ा दी. पिछले एक हफ्ते से ब्रिटेन में गर्मी पड़ रही थी. लेकिन रविवार से अचानक मौसम बदला और तेज बारिश हुई. हालांकि, थोड़ी देर बाद रुक गई लेकिन अब उम्मीद जताई जा रही है कि अगले हफ्ते से ऐसा ही मौसम बना रह सकता है.

ब्रिटेन के मौसम विभाग ने वैज्ञानिक टॉम मॉर्गन ने बताया कि हमने चेतावनी जारी की है कि मंगलवार तक ब्रिटेन में कहीं भी तेज बारिश हो सकती है. तापमान में गिरावट आएगी. यह अपने आप में एक ऐतिहासिक बदलाव है. ऐसा आमतौर पर देखने को नहीं मिलता.

टॉम मॉर्गन ने डेली मेल वेबसाइट से बात करते हुए कहा कि आमतौर पर अप्रैल महीने में इस समय ब्रिटेन के लोग गर्मी का मजा लेते हैं. एक हफ्ते से गर्मी पड़ भी रही थी लेकिन रविवार को अचानक मौसम बदल गया. अगले हफ्ते से तो मौसम में और बदलाव देखने को मिल सकता है. उधर, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी अपने दफ्तर से काम शुरू कर चुके हैं.

ब्रिटेन में जो गर्मी बढ़ी उसकी वजह से कई इलाको में विस्टेरिया और ट्यूलिप्स के फूलों में भरमार आ गई. लेकिन अगले हफ्ते से अटलांटिक की तरफ से आने वाली हवाएं ब्रिटेन के मौसम को खराब कर देंगी. ऐसे ही मौसम बदलता रहा तो यह कोरोना के इलाज और लॉकडाउन को नुकसान पहुंचा सकता है.

टॉम मॉर्गन ने बताया कि आमतौर पर अप्रैल सूखा और गर्म रहता है. रविवार को इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड के कुछ हिस्सों में बारिश हुई थी. हालांकि, दूसरे मौसम विज्ञानी मार्को पेटाग्ना कहते हैं कि ये ज्यादा दिन नहीं रहेगा. फिर से गर्मी आएगी.

मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए ब्रिटेन के लोगों से कहा है कि वो घरों से बाहर न निकलें. यही बात देश के ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी ग्रांट शेप्स ने भी रविवार को अपने रोजाना वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही.

ग्रांट ने कहा कि हम कोरोना को हराने के लिए बेहतर प्रयास कर रहे हैं. इसलिए मेरी अपील है कि लोग अपने घरों से बाहर न निकले. मौसम बदलेगा लेकिन उसका आनंद घर के अंदर से ही उठाइए. हालांकि, लोग बारिश से पहले धूप सेंकने के लिए बाहर निकले थे लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का नियम नहीं टूटा था.