पिछले 28 दिनों में 15 जिलों से नहीं आया कोई केस, रिकवरी रेट हुआ 20.5%: स्वास्थ्य मंत्रालय
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि भारत में 24 घंटे में कोरोना 1684 नए मामले सामने आए हैं. जिस वजह से कुल कंफर्म मामले बढ़कर 23077 हो गए हैं. इनमें से 17610 केसों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. पिछले 24 घंटों में 491 लोगों इलाज के बाद ठीक होकर डिस्चार्ज हुए हैं. भारत में अब तक ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4748 हो गई है
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि इसके साथ ही अब हमारा रिकवरी रेट अब 20.5 प्रतिशत है. ये हम सबके लिए एक बहुत ही पॉजिटिव खबर है. इसी तरह पिछले 28 दिनों में जिन जिलों से कोई केस सामने नहीं आए हैं उसकी संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. ऐसे जिलों की संख्या अब 15 हो गई है. नए जो जिले जुड़े हैं उसमें छत्तीसगढ़ से दुर्ग और राजनंदगांव और मध्य प्रदेश से शिवपुर जिला है.
80 जिलों में 14 दिनों से नहीं आया कोई केस
अब तक देश में 80 जिले ऐसे हैं जहां पर इससे पहले कोरोना के केस सामने आए थे लेकिन पिछले 14 दिनों से वहां पर कोई केस नहीं आय़ा. हम सबका प्रयत्न होना चाहिए कि ऐसे जिलों की संख्या निरंतर बढ़ती रहे. हम सबके लिए महत्वपूर्ण है कि कम्युनिटी और सरकार द्वार चेन ऑफ ट्रांसमिशन को ब्रेक करने के लिए कलेक्टिव अफर्ट में लगे रहें. हमें देखना है कि इन जिलों में नया कोई केस ना आए. जहां तक वो जिले हैं जहां आजतक कोई केस रिपोर्ट नहीं हुआ है यह महत्वपूर्ण है कि आगे भी वहां कोई केस ना आए और वो ग्रीन जोन बने रहें.
स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों से की बात
लव अग्रवाल ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों से बात की और उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों को यह समझाने की जरूरत है कि इस महामारी से घबराने की जरूरत नहीं है. किसी भी बीमारी की तरह ये भी इलाज से ठीक हो जाती है. संयुक्त स्वास्थ्य सचिव ने यह भी बताया कि नागरिकों के सवालों का तेजी से जवाब देने के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने कोविड-19 सेवा ट्विटर हैंडल शुरू करने की घोषणा भी की है. इससे एक्सपर्ट लोगों के द्वारा रियल टाइम इनफॉर्मेशन पब्लिक के साथ शेयर की जाएगी.
गृह मंत्रालय ने राज्यों को फिर लिखी चिट्ठी
इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में गृह मंत्रालय की प्रवक्ता पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि जो क्षेत्र हॉटस्पॉट नहीं हैं वहां कुछ छूट दी गई है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आर्थिक गतिविधियों, उद्योगों को लेकर कुछ गलतफहमी थी. गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को चिट्ठी लिखी है. किसी फैक्ट्री में संक्रमण होने पर मालिक को सजा नहीं होगी, गृह मंत्रालय के आदेश को गलत समझा गया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकारें दिशा-निर्देशों की सही जानकारी दें. और छूट के दौरान दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन हो.
4 और मिनस्ट्रियल टीमों का हुआ गठन
गृह मंत्रालय ने बताया कि कोरोना से बेहतर ढंग से निपटने के लिए 4 और इंटर मिनिस्ट्रियल टीमों का गठन किया गया है. पहले 6 टीमें थीं अब 4 टीम और बनाई गई हैं. गृह मंत्रालय के मुताबिक नई मिनिस्ट्रियल टीमें सूरत, अहमदाबाद, चेन्नई और हैदराबाद जाएंगी. गृह मंत्रालय ने बताया कि दो टीमों ने अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को सौंप दी है. दोनों ही टीमों ने रिपोर्ट में लॉकडाउन को प्रभावी बताया है. इसके साथ ही सुझाव दिया है कि टेस्टिंग और सैंपलिंग को बढ़ाया जाए. और स्लम और बस्तियों में पौष्टिक आहार का वितरण बढ़ाया जाए. रिपोर्ट के मुताबिक धारावी में कम्युनिटी टॉयलेट की वजह से लोगों को बाहर निकलना पड़ रहा है.