लॉकडाउन का असर, दो दिन में सब्जियों-फलों के दाम 30 फीसदी बढ़े

लॉकडाउन के बीच सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं. दो दिनों में सब्जियों की कीमतों में 30 फीसदी तक का उछाल आ गया है. सप्लाई कम होने से थोक मंडी में भी महंगाई की मार पड़ी है. सरकार लोगों को बार बार आगाह कर रही है कि जबतक जरूरी ना हो घरों से बाहर ना निकलें. लिहाजा लोग सब्जियों को हफ्ते भर के लिए एक साथ खरीद लेना चाहते हैं.

  • लॉकडाउन से सब्जियों की आमद हुई कम
  • मार्केट में डिमांड बढ़ी, 30-40 फीसदी बढ़े रेट

यहीं से बाजार में डिमांड और सप्लाई का गैप बढ़ता जा रहा है. मौके की तलाश में बैठे मुनाफाखोर अब सब्जी मंडी में महंगाई की आग लगा रहे हैं. देश की सबसे बड़ी सब्जी मंडी यानी दिल्ली की आजादपुर मंडी में आकर आपको पता लगेगा कि कोरोना से भले ही तमाम बिजनेस धराशायी हो गए हों, लेकिन सब्जियों का धंधा खूब चमक रहा है. लॉकडाउन के दो दिन में सब्जियों के दाम में 30 से 40 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है.

ट्रकों की आमद हुई आधी

बुधवार को लॉकडाउन लागू होते ही गुरुवार को आजादपुर सब्जीमंडी में इसका असर साफ दिखाई देने लगा. पहले जहां 3000 ट्रक फल और सब्जियां लेकर रोजाना आजादपुर मंडी आते थे. अब महज 1000 से 1500 ट्रक ही रोजाना आ रहे हैं. यानी सप्लाई में 50 फीसदी की कमी आई है. इसी वजह से लॉकडाउन लागू होते ही सब्जियां भाव खाने लगी हैं.

लॉकडाउन से पहले लॉकडाउन के बाद

आलू 16 30

 प्याज 21 40

टमाटर 20 40

सेब 120 200

पपीता 85 120

लोकल भाड़े हुआ दोगुना

लॉकडाउन ने खपत और सप्लाई का हिसाब गड़बड़ा दिया है. दुकानदारों का कहना है कि लॉकडाउन के बाद मंडी से मुहल्ले तक सब्जी ले जाने का भाड़ा 150 से बढ़कर 400 रुपए हो चुका है. यानी लोकल भाड़े में बढ़ोत्तरी दोगुने से ज्यादा हुई है. इस वजह से आपको अपने घर के पास की मंडी में सब्जी और महंगी मिल रही है.