कोरोना: कर्नाटक में मिले 3 और संदिग्ध, मलेशिया से लौटा परिवार निगरानी के दायरे में

देशभर में कोरोना वायरस के संदिग्धों की संख्या में इजाफा हो रहा है. कर्नाटक में तीन लोगों में कोरोना वायरस के सिम्टम्स मिले हैं. इन तीनों को बीदर इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में भर्ती कराया गया है. इसमें एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, जो नॉर्वे से आया है, जबकि कतर से आए एक शख्स और उसके बेटे में भी सिम्टम्स मिले हैं. तीनों के सैंपल को टेस्ट के लिए भेजा गया है.

  • अब तक 29 मरीजों का रिजल्ट आया पॉजिटिव
  • जांच के लिए भेजा गया सभी संदिग्धों का सैंपल

इसके अलावा आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में एक परिवार को निगरानी के दायरे में रखा गया है. दरअसल, यह परिवार मलेशिया और सिंगापुर से छुट्टी मनाकर लौटा है. इन सबको आइसोलेशन वार्ड में एडमिट कराया गया है. इसके अलावा बहरीन से आए दो लोगों को भी आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. सभी के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है. अब तक विशाखापत्तनम हवाई अड्डे पर कुल 4,300 लोगों की जांच की गई.

29 मरीजों का सैंपल पॉजिटिव

देश में अबतक कोरोना तके 29 मरीज कंफर्म हो चुके हैं, लेकिन इनमें से तीन पहले ही ठीक होकर घर जा चुके हैं. यानि देश इस वक्त 26 मरीजों को लेकर गंभीर है. इनमें भी इटली के वो 16 सैलानी शामिल हैं, जो राजस्थान गए थे. सूरत में दो लोगों को संदेह के आधार पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें एक थाईलैंड और दूसरा मलेशिया से आया था. अहमदाबाद में एक महिला को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है.

तेलंगाना हाई कोर्ट का आदेश

उत्तर प्रदेश के आगरा में उस होटल को सेनिटाइज किया जाएगा, जिसमें इटली से लौटा शख्स ठहरा था. ईरान से इंदौर आए एक शख्स को आइसोलेशन में रखा गया है, हालांकि उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए तेलंगाना हाई कोर्ट ने तय किया है कि केस की सुनवाई में कोर्ट में मौजूद रहने के लिए किसी पर जोर नहीं दिया जाएगा.

नोएडा में चीनी नागरिक ने खुद को किया बंद

इस बीच ग्रेटर नोएडा की एक सोसाइटी में चीनी नागरिक के कोरोना वायरस से पीड़ित होने का शक है, लेकिन संदिग्ध चीनी मरीज ने खुद को फ्लैट में बंद कर लिया है. पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी मिलते ही सोसाइटी पहुंच कर चीनी नागरिक को अस्पताल ले जाने का प्रयास किया, लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला. रात होने की वजह से पुलिस ने मामला सुबह तक के लिए टाल दिया. बताया जा रहा है कि ये चीनी नागरिक चीन की फोन कंपनी का कर्मचारी है.