बावरिया का अल्टीमेटम हवा में, पद नहीं छोड़ रहे टिकट के दावेदार

कांग्रेस महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया के एक माह के अलटीमेटम के 15 से ज्यादा दिन निकल जाने तक किसी भी पदाधिकारी ने इसका पालन नहीं किया।
दरअसल दीपक बावरिया 26 फरवरी को भोपाल में बोल कर गए थे, कि जिन लोगों को चुनाव लड़ना है, वे यदि संगठन में किसी पद पर है, तो एक माह के अंदर अपने पद को छोड़ दें और चुनाव की तैयारी में लगे। उनकी निर्देश के इतने दिन बाद तक किसी भी पदाधिकारी ने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया, बल्कि चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक एक नेता को दोहरी जिम्मेदारी देते हुए एक विभाग का प्रदेश संयोजक और बना दिया। बावरिया इससे पहले नवम्बर में भी यह बात बोल चुके थे। तक भी किस पदाधिकारी ने पद से इस्तीफा नहीं दिया था।

ये हैं चुनाव लड़ने के इच्छुक पदाधिकारी
डॉ. गोविंद सिंह, सुंदर लाल तिवारी, रामनिवास रावत, राजा पटैरिया, प्रेम चंद गुड्डू, तुलसी सिलावट, सुभाष सोजतिया, अशोक सिंह, गोविंद राजपूत, लखन घनघोरिया, जीतू पटवारी, उमंग सिंघार, रजनीश सिंह, कमलेश्वर पटेल, केपी सिंह, ओंकार सिंह मरकाम, निशंक जैन, चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी, एंदल सिंह कंसाना, पीसी शर्मा, ओम रघुवंशी, सुखदेव पांसे, अजय चौरे, शशि राजपूत, महेंद्र सिंह चौहान, सविता दीवान, सुनील सूद, सत्यनारायण पटेल, ब्रजेंद्र सिंह राठौर, जयवर्धन सिंह, आरके दोगने, हरदीप सिंह डंग, हिना कावरे, मनोज अग्रवाल, तरुण भनोत, सौरभ सिंह, जोधाराम गुर्जर, नितिन चतुर्वेदी, रश्मि पंवार, साजिद अली चुनाव लड़ना चाहते हैं। इसके बाद भी इनमें से किसी ने अब तक अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है।