बाढ़ से बेहाल कर्नाटक ने मोदी सरकार से मांगा 3000 करोड़ का राहत पैकेज

कर्नाटक में बाढ़ का प्रकोप जारी है. कर्नाटक सरकार ने केंद्र सरकार की नरेंद्र मोदी सरकार से मदद की गुहार लगाई है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने नरेंद्र मोदी सरकार से तीन हजार करोड़ के राहत पैकेज की मांग की है.

बाढ़ से बेहाल कर्नाटक ने केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने नरेंद्र मोदी सरकार से तीन हजार करोड़ के राहत पैकेज की मांग की है. इस सिलसिले में सीएम येदियुरप्पा 16 अगस्त को दिल्ली भी आ सकते हैं. बाढ़ के हालात के साथ कैबिनेट विस्तार पर भी चर्चा की जा सकती है.

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने शनिवार को भी केंद्र सरकार से उत्तर-पश्चिम और तटीय क्षेत्रों में राज्य के 14 बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत कार्यो के लिए 3,000 करोड़ रुपये की सहायता राशि की मांगी थी. कर्नाटक एक अगस्त से ही भारी मॉनसूनी बारिश और तूफान का कहर झेल रहा है.

कर्नाटक में बाढ़ की वजह से 1 अगस्त 2019 से अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है,वहीं 14 लोग अभी भी लापता हैं. राज्य सरकार ने प्रभावित जिलों में बचाव और राहत कार्यो के लिए पिछले 2-3 दिनों में 100 करोड़ रुपये जारी किए थे. कर्नाटक में अभी तक 2,35,105 लोगों का रेस्क्यू किया गया है.

येदियुरप्पा ने शनिवार के दौरे में कहा था कि प्रभावित क्षेत्रों में 624 राहत शिविरों में शरण लेने वाले 1,57,498 लोगों को पीने का पानी, भोजन, दवाइयां, कपड़े, कंबल और अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं और उनके क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत की जा रही है.

प्रभावित जिलों में लगातार बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर है. कर्नाटक में भीषण बारिश की वजह से सड़क, राजमार्ग, सरकारी इमारतें, बिजली के खंभे, ट्रांसफार्मर और अन्य बुनियादी सुविधाओं सहित सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा है.

कर्नाटक में क्षतिग्रस्त सड़कों और राजमार्गो की लंबाई 2,450 किमी है और 1,427 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है, क्योंकि 530 पुल और 56 सार्वजनिक भवन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. कर्नाटक में बारिश की वजह से 3,22,448 हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान हुआ है. कर्नाटक की राज्य सरकार ने किसानों को राज्य और केंद्रीय कृषि बीमा योजना के तहत मुआवजा देने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा था कि बाढ़ में 44,013 मवेशियों को भी बाहर निकाला गया था लेकिन 222 पशुधन बाढ़ में मारे गए.

राज्य के 14 बाढ़ प्रभावित जिलों में बगलकोट, बेलागवी, बीजापुर (विजयपुरा), चिकमंगलूरु, दक्षिण कन्नड़, धारवाड़, गडग, हासन, हुबली, कोडागू, मैसूर, शिवमोगा, उडुपी और उत्तर कन्नड़ हैं.