रक्षामंत्री सीतारमण ने किया रामप्रसाद बिस्मिल संग्रहालय का अवलोकन

ग्वालियर । देश की रक्षामंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने सोमवार को मुरैना स्थित रामप्रसाद बिस्मिल संग्रहालय का अवलोकन किया। इस अवसर पर केन्द्रीय ग्रामीण विकास, पंचायत राज एवं खनन मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर उनके साथ थे। रक्षामंत्री श्रीमती सीतारमण एवं केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री तोमर, प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संग्रहालय में स्थापित शहीद रामप्रसाद बिस्मिल की प्रतिमा श्रद्धासुमन अर्पित किये ।
संग्रहालय के मुख्य भवन में कारगिल विजय के उपलक्ष में सैनिकों द्वारा तिरंगा झण्डा फहराने को प्रदर्शित किया गया है। इसके अतिरिक्त चम्बल के जीव-जन्तु, प्राचीन काल की जीवन शैली को फोटोग्राफी के माध्यम से दर्शाया गया है। संग्रहालय में मुरैना जिले के विभिन्न ऐतिहासिक मंदिरों को भी प्रदर्शित किया गया है। अमर शहीद संग्रहालय में सेना में शहीद हुए जवानों की सूची एवं चम्बल संभाग के राष्ट्रपति पदक, वीरता पदक एवं अन्य पदकों से सम्मानित हुए सैनिकों के छायाचित्रों को प्रदर्शित किया गया है। शहीद रामप्रसाद विस्मिल की स्मृति में निर्मित संग्रहालय में चम्बल की विरासत को संजोया गया है, जिसमें एतिहासिक पर्यटक स्थल, जिले के उद्योग, औषधीय वनस्पतियों एवं उनके महत्व को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है।
संग्राहलय के द्वितीय तल पर गणेश विवाह, जैन मंदिर, पालपुर गढी, सबलगढ किला, लिखी छाज, नूरावाद पुल, चम्बल नदी के विहंगम दृश्य में विभिन्न घाटों पर मगर, घडियाल, डोलफिन, कछुआ एवं अन्य जलीय जीव जन्तुओं को प्रदर्शित किया गया है। उपरी तल पर ही जप्त शस्त्रों जिसमें मार्क 3 रायफल, स्टेनगन, 9 एम.एम कार्वाइन आदि को संरक्षित रखा गया है। इसके साथ ही संग्रहालय परिसर में ओपन थियटर, बगीचे में रेलगाडी का इंजन, विशाल सेर तथा प्राचीन पाषाण प्रतिमाओं को दर्शाया गया है। रक्षामंत्री श्रीमती सीतारमण के संग्रहालय भ्रमण के दौरान पुरातत्व विभाग के अशोक शर्मा ने हमारी विरासत का स्मति चिन्ह भेंट किया। ओमशांति आश्रम की वहन कष्णा एवं मनीषा राठी ने भी स्मति चिन्ह भेंट किये। सामुदायिक संगठन के सदस्यो ने मुख्यमंत्री चौहान को ज्ञापन भी सौंपा।