दुनिया के सबसे बड़े ड्रग माफिया अल चैपो को मिली मौत के बाद भी 30 साल की सजा

ड्रग्स की दुनिया में राज करने वाले मेक्सिको के कुख्यात ड्रग्स तस्कर अल चैपो को अमरीका की एक अदालत ने ताउम्र कारावास की सजा सुनाई है. साथ ही 62 साल के अल चैपो को अवैध हथियार रखने के आरोप में उम्रकैद के अलावा 30 साल जेल की सजा भी सुनाई गई है. साथ ही उस पर 12.6 अरब डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया है.

10 मामलों में पाया गया दोषी

फरवरी 2019 में न्यूयॉर्क के एक फेडरल कोर्ट ने अल चैपो के खिलाफ अवैध रूप से हथियार रखने, ड्रग्स तस्करी करवाने और मनी लॉन्ड्रिंग के 10​ अलग-अलग मामलों में दोषी ठहराया था. अधिकारियों के मुताबिक अल चैपो ड्रग्स तस्करी गिरोह सिनालोआ ड्रग कार्टेल का प्रमुख रहा है.

घर के पास होती थी ड्रग्स की खेती

1957 में एक किसान परिवार में जन्में अल चैपो के घर के आस-पास अफीम और गांजे की खेती होती थी. यहीं से उसने ड्रग्स सप्लाई का तरीका सीखा और देखते ही देखते सबसे बड़ा ड्रग माफिया बन गया. 1993 में उसे पहली बार मैक्सिको में गिरफ्तार किया गया और तब से वो मैक्सिको पुलिस के साथ आंख मिचौली का खेल खेल रहा था. इस बीच 2017 में उसे अमरीका को प्रत्यर्पित कर दिया गया.

दुनिया के अमीरों में हो गया शामिल
बताया जाता है कि चैपो ने 'द गॉडफादर' के नाम से चर्चित मिगेल एंजेल फेलिक्स गैलार्डो को अपना गुरु बनाया. उसी से तस्करी के बारे में जानकारी हासिल की. 1980 के दशक में मेक्सिको के प्रभावशाली सिनालोआ ड्रग कार्टेल (ड्रग्स तस्करी करने वाल समूह) का प्रमुख बन गया. इसी के साथ यह समूह अमेरिका में सबसे ज्यादा मात्रा में ड्रग्स सप्लाई करने वाला माफिया बन गया. 2009 में गिरफ्तारी के बाद भी अल चैपो दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में 701वें नंबर पर रहा. उस समय उसकी संपत्ति करीब 70 अरब रुपए आंकी गई थी.