सांक नदी से खैर की 35 क्विंटल लकडी बरामद, 3 तस्कर गिरफ्तार

ग्वालियर. घाटीगांव के जंगलों में फिल्म पुष्पा की तर्ज पर खैर की लकड़ी की तस्करी का मामला सामने आया है। तस्करी करने वाले 3 युवकों वन विभाग ने पकड़ा है।
कत्था बनाने में काम आने वाली खैर की लकड़ी की कई राज्यों में मांग है। वनविभाग ने बिजिलेंस टीम बनाकर जंगलों में सर्चिंग अभियान शुरू कराया। गुरूवार की रात जखौदी इलाके से टीम ने राजस्थान के 2 ट्रक पकड़े है। इन दोनों ट्रक में खैर की लकड़ी भरी थी। ट्रक में राजस्थान के अलवर निवासी हामिद खान, अजहरूद्दीन और सउदी खान मौजूद थे। वन विभाग की टीम ने तीनों को गिरफ्तार कर इनके खिलाफ फॉरेस्ट एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया।
तस्करों का नेटवर्क और मोडस आपरेंडी खंगालने पर अधिकारी हैरान रह गए। दरअसल लकड़ी तस्करी का यह पूरा खेल पुष्पा फिल्म की तर्ज पर चल रहा था। जिस तरह पुष्पा फिल्म में नदी के जरिए लाल चंदन की तस्करी होती है, उसी तर्ज पर ग्वालियर के जंगलों में खैर की लकड़ी की तस्करी हो रही थी। जखौदी के जंगल में पुष्पा स्टाइल में सांक नदी में खैर की लकड़ी जमा की जा रही थी। वन विभाग ने नदी से 35 क्विंटल लकड़ी बरामद की है। कुल पांच लाख रुपए कीमत की लकड़ी वन विभाग ने रिकवर की है।मामले की जानकारी देते हुए ग्वालियर वन वृत के CCF एपीएस सेंगर का कहना है की लकड़ी तस्करी का यह नेटवर्क कई राज्यों तक फैला है। लकड़ी तस्करी के खेल में तस्करों के अलावा स्थानीय लोग और कुछ कर्मचारियों के भी शामिल होने की जानकारी मिल रही है। पकड़े गए आरोपियों से उनके नेटवर्क के बारे में पूछताछ की जा रही है। वहीं तस्करों के मददगारों की जांच भी चल रही है। लकड़ी तस्करी के इस खेल में जो भी शामिल होंगे उन सबके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।