WhatsApp पर मिलेगी नौकरी की जानकारी, सरकार ने Meta से मिलाया हाथ

नई दिल्ली. रोजगार, रोजगारपरक प्रशिक्षण, शिक्षण केंद्रों की जानकारी या ट्रेनिंग के लिए जरूरी योग्यता जैसी जानकारियां अब लोगों को लाइव वाट्सऐप (WhatsApp) पर हासिल हो सकेंगी. भारत सरकार के स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप (MSDE) मंत्रालय ने मेटा के साथ सहयोग से यह एक नई पहल की है.

एमएसडीई ने अपने एआई-पावर्ड डिजिटल स्किलिंग टूल ‘स्किल इंडिया असिस्टेंट’ (SIA) के लॉन्च की घोषणा की है. यह दुनिया में इतने बड़े पैमाने पर अपनी तरह की पहली पहल है. मंत्रालय के मुताबिक, देश भर में लाखों भारतीय इसका एक्सेस पा सकेंगे. वाट्सऐप नंबर 8448684032 पर एक्सेसिबल और स्किल इंडिया डिजिटल हब पर उपलब्ध एसआईए के जरिए लोग स्किलिंग कोर्सेज, नजदीकी प्रशिक्षण केंद्रों और अपनी जरूरत के अनुसार नौकरियों के अवसरों के बारे में जानकारी पा सकेंगे.

केंद्र के मुताबिक, मेटा और एनएसडीसी के बीच पार्टनरशिप में सर्वम एआई (Sarvam AI) की ओर इंप्लीमेंटेड इस पहल का मकसद डिजिटल खाई को भरना है. यह सुविधा भारतीयों को स्किल डेवलपमेंट के अवसरों के फायदे जोड़ने के तरीके को पूरी तरह से बदल देगी.

लॉन्च के मौके पर स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप मिनिस्टर जयंत चौधरी ने कहा, ‘‘स्किल इंडिया असिस्टेंट हमारे नागरिकों के लिए लर्निंग और नौकरियों में सहयोग पाने के तरीके को पूरी तरह से बदल देगा. वाट्सऐप जैसे यूजर-फ्रेंडली प्लेटफॉर्म पर एआई की क्षमता का इस्तेमाल कर हम लाखों भारतीयों के लिए कौशल मार्गदर्शन को बेहद आसान बना देंगे. इससे दूर-दराज के इलाकों में मौजूद लोग भी अपनी जरूरत के अनुसार पर्सनलाइज्ड मार्गदर्शन पा सकेंगे. यह न सिर्फ एक तकनीकी उपलब्धि है, बल्कि अवसरों और लर्निंग को हर व्यक्ति की पहुंच में लाने का शक्तिशाली प्रयास भी है.’’

अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं के अलावा हिंग्लिश में भी उपलब्ध
फिलहाल स्किल इंडिया असिस्टेंट अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं के अलावा हिंग्लिश में भी उपलब्ध है. आने वाले समय में कई दूसरी रीजनल भाषाओं में इसका विस्तार किया जाएगा. वाट्सऐप पर लॉन्च किए जाने की वजह से यह ज्यादा से ज्यादा लोगों की पहुंच में होगा, खासतौर पर ग्रामीण और वंचित समुदायों के लोग आसानी से इसका फायदा उठा सकेंगे. यूजर से मिले फीडबैक को ध्यान में रखते हुए आगे अपडेट किए जाएंगे, ताकि असिस्टेंट को लर्नर की जरूरतों और एआई की प्रगति के अनुसार बेहतर बनाया जाता रहे.