बरसात से पहले पूर्ण कराएँ सभी खेत तालाबों का काम, तपती दोपहरी में खेत तालाबों का निरीक्षण करने पहुँचीं कलेक्टर

ग्वालियर – निर्माणाधीन खेत तालाब व अमृत सरोवरों सहित अन्य जल संरचनाओं का काम जून माह तक पूरा कराएं, जिससे बरसात में इन जल संरचनाओं का उपायोग वर्षा जल सहेजने में हो सके। इस आशय के निर्देश कलेक्टर रुचिका चौहान ने खेत तालाबों के निरीक्षण के दौरान दिए। उन्होंने शुक्रवार को तपती दोपहरी में जिले की दूरस्थ ग्राम पंचायत भौरी व एराया में निर्माणाधीन खेत तालाबों का जायजा लिया।
ग्राम भौरी में महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत 9 किसानों के खेतों में खेत तालाब बनाए जा रहे हैं। खेत तालाबों एवं अन्य जल संरचनाओं के निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए कि कार्य स्थल पर पेयजल की पुख्ता व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा तालाबों में काम कर रहे श्रमिकों को भुगतान में देरी न हो।
ज्ञात हो जिले की सभी 263 ग्राम पंचायतों में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत वर्षा जल सहेजने के लिये 1610 कार्य चल रहे हैं। इसके अलावा 832 पुरानी जल संरचनाओं को पूरा करने का काम भी प्रमुखता से कराया जा रहा है। जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत ग्वालियर जिले की सभी ग्राम पंचायतों में कुल 854 खेत तालाब स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से 794 खेत तालाबों का काम शुरू हो चुका है। इसी तरह जिले में 903 पुराने कुँओं को रीचार्ज करने के कार्य स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से 810 कुँओं को रीचार्ज करने के लिये संरचनायें बनाने का काम जारी है। जिले में 6 अमृत सरोवर भी स्वीकृत किए गए हैं।
जिले में बड़े पैमाने पर बनाई जा रहीं जल संरचनायें जल संरक्षण व संवर्धन का काम तो करेंगीं हीं, साथ ही मछली पालन व सिंघाड़ा उत्पादन जैसी व्यवसायिक गतिविधियों के माध्यम से किसानों की अतिरिक्त आय का साधन भी बनेंगीं। खेत तालाबों व अमृत सरोवरों के किनारे वृहद स्तर पर वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण के काम भी किए जायेंगे।