हृदय शाह के मोतीमहल, रानीमहल सहित शंकर शाह, रघुनाथ शाह एवं रानी दुर्गावती के स्मारकों का किया जाएगा विकास : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आजादी के लिए आन, बान और शान से लड़ने वाले राजा हृदय शाह, राजा शंकर शाह, कुंवर रघुनाथ शाह, रानी दुर्गावती, बिरसा मुंडा और टंट्या मामा ने महान कार्य किया है, जो जल जमीन, जंगल और जमीर की रक्षा के लिए आगे आये हैं। हमारे प्रदेश और देश के जनजातीय महापुरुषों ने हमें गौरवान्वित किया है। हमें गर्व है जनजातीय महापुरुषों के उल्लेखनीय योगदान के सम्मान में खरगोन में क्रांति सूर्य टंट्या मामा विश्वविद्यालय स्थापित किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को मंडला के रामनगर में दो दिवसीय आदि उत्सव को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हृदय शाह द्वारा बनाये गए मोती महल का अवलोकन करते हुए लोक कला प्रदर्शनी का भी शुभारंभ किया। साथ ही उन्होंने 61 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन भी किया।
स्मारकों व किलों के विकास कार्य होंगे
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनजातीय समुदाय के गौंड राजाओं के बने स्मारकों व किलों के विकास कार्य कराने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि रामनगर और मंडला में राजा शंकरशाह, कुंवर रघुनाथ शाह, रानी दुर्गावती, मोतीमहल, रानी महल को भी विकास कार्यों में शामिल किया जाएगा। उन्होंने मंच से कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा को रामनगर स्थित मढ़िया के विकास के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसमें करीब 5 हजार नागरिकों की बैठक व्यवस्था के लिए सभागार, पेयजल और ठहरने की व्यवस्था आदि के प्रस्ताव शामिल होंगे।
जल, जंगल, जमीन के संरक्षण के लिए बैगा, भारिया व सहरिया जनजाति के लिए राशि हुई स्वीकृत
रामनगर में “आदि उत्सव’’ के समापन पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पेसा कानून के तहत जल, जंगल और जमीन के संरक्षण के लिए शासन द्वारा बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति क्षेत्र के लिए 1600 करोड़ रुपए की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों से 2600 प्रति क्विंटल की दर से गेहूं उपार्जन किया जा रहा है। किसानों को 5 रुपये में बिजली कनेक्शन दिया जा रहा है। सभी किसानों को सोलर पम्प प्रदान कर बिजली बिल से मुक्त करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। अब प्रदेश का किसान बिजली का उत्पादन भी करेगा, बिजली शासन द्वारा क्रय की जाएगी।