हिंदू लड़कियों से दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग के मुख्य आरोपी फरहान का शॉर्ट एनकाउंटर

भोपाल. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में गैंग बनाकर हिन्दू युवतियों से रेप, ब्लैकमेलिंग और ‘लव जिहाद’ के गंभीर मामले में मुख्य आरोपी फरहान का शॉर्ट एनकाउंटर हो गया है। दरअसल, आरोपी फरहान ने पुलिस कस्टडी से फरार होने का प्रयास किया। इस बीच उसके पैर में गोली लग गयी। गोली लगने के बाद फरहान को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आपको बता दें कि लव जिहाद माममले में कुल 5 एफआईआर की गयी है। जिसमें लगभग सभी एफआईआर में फरहान ही आरोपी है।
भोपाल जोन-1 की डीसीपी प्रियंका शुक्ला ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि फरहान को सबूत जुटाने के लिये अशोका गार्डन पुलिस स्टेशन की एक टीम बिलकिसगंज गांव लेकर जा रही थी। रास्ते में फरहान ने टॉयलेट जाने का बहाना बनाकर गाड़ी रूकवाई और मौके से लाभ उठाकर सब -इंस्पेक्टर की पिस्तौल छीनने का कोशिश की। इस बीच छीना-झपटी में पुलिस की पिस्तौल से गोली चल गयी। जो फरहान के पैर में लगी गोली से घायल फरहान को तत्काल हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले की आगे की जांच जारी है।
अशोका गार्डन के टीआई हेमंत श्रीवास्तव ने बताया कि शुक्रवार की रात करीब 11.30 बजे की यह घटना है। उन्होंने कहा है कि जब फरहान रातीबड इलाके में टॉयलेट के लिये पुलिस की गाड़ी से उतरा तो एक सब इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल भी उसके साथ नीचे उतरा। इसी बीच फरहान ने एसआई की सर्विस रिवॉल्वर छीनने का प्रयास किया और भागने की कोशिश की। झूमाझटकी में गोली फरहान के दांये पैर में लग गयी।
शातिर आरोपी नाम बदलकर हिन्दू लड़कियों को फंसाते हैं
प्ुलिस पूछताछ में आरोपी फरहान ने बताया था कि उसे अपने किये पर कोई पछतावा नहीं है। क्योंकि उसने सवाब का काम किया है। रिमांड की अवधि के दौरान फरहान से पूछताछ में उसने खुलासा किया कि उसने कॉलेज मे ंहम उम्र मुस्लिम लड़कों का एक गैंग बनाया था। जो केवल हिंदू लड़कियों से ही दोस्ती और प्रेम संबंध बनाते थे। गैंग में यह सख्त नियम था कि कोई भी मुस्लिम लड़की के साथ प्रेम संबंध नहीं बनायेगा।
एक बार हिन्दू लड़की से प्रेम संबंध स्थापित होने के बाद उसे हुक्का लाउंज , पब या गिरोह के सदस्यों के किराये के कमरों में ले जाया जाता था। वहां नशे की हालत में उनके साथ दुष्कर्म किया जाता था। इसका वीडियो बनाकर बाद में ब्लैकमेलिंग के जरिये अन्य युवतियों से दोस्ती करने का दबाव बनाया जाता था।