इजरायल ने बुलाए 1 लाख रिजर्व सैनिक, हमास से जंग में 1100 से अधिक की मौत

इजरायली सेना गाजा पट्टी में घुसकर हमास के खिलाफ हमला शुरू कर दिया है. वहीं इस आधिकारिक युद्ध के बीच ईरान ने संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, 'हम निश्चित रूप से फिलिस्तीन के साथ खड़े हैं. लेकिन इस एक्शन में हमारी कोई संलिप्ता नहीं है, ये फिलिस्तीन का फैसला है.' वहीं इजरायल सरकार ने अपने 1 लाख रिजर्व सैनिकों को वापस बुलाने का फैसला किया है.

फिलिस्तीन के हमास द्वारा इजरायल पर ताबड़तोड़ हमला करने के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध जारी है. इजरायल सैनिक गाजा पट्टी में घुसकर हमास के सदस्यों को मार गिरा रहे हैं. इस बीच इजरायली सरकार ने अपने 1 लाख रिजर्व सैनिकों को भी बुलाने का फैसला किया है. वहीं ईरान ने हमास का साथ देने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि ये फिलिस्तीन का फैसला है. अमेरिका ने इजरायल को सैन्य रूप से हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है.

इजरायल के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए ईरान ने हमास द्वारा किए गए ताबड़तोड़ हमलों में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है. संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने एक बयान में कहा, “हम दृढ़तापूर्वक फिलिस्तीन के समर्थन में खड़े हैं, हालांकि, हम फिलिस्तीन के एक्शन में शामिल नहीं हैं क्योंकि यह पूरी तरह से फिलिस्तीन द्वारा ही फैसला लिया गया है.”

संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इजरायल पर आतंकवादी समूह के हमले के बाद इजरायली सेना और हमास के बीच लड़ाई के परिणामस्वरूप विस्थापित गाजावासियों की संख्या 123,000 से अधिक हो गई है.