जीवाजी विश्वविद्यालय विवादों में कुलपति बोले परीक्षा नियंत्रक को हटाओ

ग्वालियर. जीवाजी विश्वविद्यालय को एप्लसप्लस ग्रेड मिलने के बाद लगातार विवाद सामने आ रहे हैं। कभी जीवाजी विश्वविद्यालय के अधिकारियों के बीच विवद हो ता है तो कभी कार्य-परिषद के सदस्यों का विरोध सामने आता है। कर्मचारी और अधिकारी के बीच भी विवाद की स्थिति पैदा हुई है। जेयू के भीतर इन विवादों का सीधा असर विद्याथर््ाििियों पर पड़ रहा है। संबंद्धता के मामले में हुए विवाद में भी अगर आधे सत्र के बाद कॉलेजों की संबंद्धता जाती है तो विद्यार्थियों को नुकसान होगा।
अब कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी ने परीक्षा नियंत्रक डॉ. अनिल शर्मा को हटाने के लिये उच्च शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि शर्मा अनुशासनहीनता करते है इसलिये उन्हें हटा दिया जाये। परीक्षा के बीच यह कार्यवाही करीब 60 हजार विद्यार्थियों की परीक्षा में देरी हो सकती है।

परीक्षा नियंत्रक बिना बताए मुख्यालय से चले जाते हैं-कुलपति

कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी ने अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा विभाग को लिखा है कि परीक्षा नियंत्रक के पद पर पदस्थ डॉ. अनिल कुमार शर्मा आए दिन बिना बताए अवकाश पर मुख्यालय छोड़कर चले जाते हैं एवं मेरे द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन नहीं करते हैं। मेरे द्वारा परीक्षाओं के संबंध में वस्तुस्थिति की जानकारी एक माह पहले मांगी गई थी, परंतु उनके द्वारा मेरे आदेशों की अवहेलना कर आज तक किसी भी प्रकार की जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है। उनके इस प्रकार अवकाश पर जाने से विश्वविद्यालय के परीक्षा एवं गोपनीय कार्य प्रभावित होते हैं।

परीक्षा परिणाम समय पर घोषित न होने से अकादमिक कैलेंडर का पालन करने में कठिनाई महसूस हो रही है एवं परिणाम समय पर घोषित न होने से छात्र-छात्राओं द्वारा आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है। आज ही उनके द्वारा चार सप्ताह के मेडिकल अवकाश की सूचना ईमेल के माध्यम से मुझे दी गई है, इसी प्रकार यह अवकाश अवधि बढ़ाते रहते हैं। वर्तमान समय में परीक्षाओं के परिणाम घोषित होना है ऐसे समय में इनके द्वारा अवकाश पर जाने से मूल्यांकन एवं परीक्षा परिणाम घोषित करने का कार्य प्रभावित होगा। अत: डॉ. अनिल कुमार शर्मा को तत्काल जेयू के परीक्षा नियंत्रक पद से हटाने एवं कार्यवाही की अनुशंसा करता हूं। विवि का परीक्षा कार्य प्रभावित न हो, इस हेतु अन्य काे परीक्षा नियंत्रक नियुक्ति करने का कष्ट करें।