MP Dial 100: पुरानी गाड़ियां हटाई जाएंगी, प्रदेश का बेड़ा 20 फीसद बढ़ेगा

कैग (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक) की रिपोर्ट के बाद भी प्रदेश सरकार ने डायल 100 की सेवा पर विश्वास जताया है। प्रदेश में डायल 100 का बेड़ा 20 फीसद बढ़ाने का निर्णय लिया है। साथ ही पिछले छह साल से सड़कों पर दौड़ रहे वाहनों के स्थान पर अब नई आधुनिक गाड़ियां तैनात की जाएंगी, इसके लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है। जो भी कंपनी टेंडर लेगी, वह आगामी तीन माह में सभी पुराने वाहनों को बदलेगी।

ग्वालियर में अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए अब नौ नए प्वाइंट बनाए गए हैं, जहां डायल 100 तैनात की जाएगी। अब जिले में 45 से बढ़कर 54 डायल 100 वाहनों से सुरक्षा व निगरानी की जाएगी। शहर में नौ प्वाइंट (स्थान) ऐसे हैं, जहां पर सबसे अधिक अपराधिक गतिविधियां होती हैं। इन प्वाइंट के आसपास के क्षेत्रों से अपराध की अधिक शिकायतें पुलिस थानों में पहुंचती हैं। इन स्थानों पर डायल 100 की तैनाती के लिए ग्वालियर पुलिस के अधिकारियों ने मुख्यालय से स्वीकृति भी ले ली है।

जून में नए वाहनों से होगी निगरानी

डायल 100 प्रभारी प्रभाकर पाराशर का कहना है कि मार्च के आखिर तक टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। टेंडर में शर्त रखी गई कि प्रदेशभर में सभी पुराने डायल 100 वाहनों को हटाकर नए गाड़ी तैनात करना होगी तथा 20 फीसद वाहन अतिरिक्त बढ़ाना होंगे। जो भी कंपनी टेंडर लेगी वह अप्रैल माह से वाहन बदलने का काम शुरू करेगी और जून तक पूरा करेगी।

कैग की रिपोर्ट पर पुलिस का तर्क

पुलिस दूरसंचार मुख्यालय भोपाल द्वारा कैग की रिपोर्ट पर अपना तर्क रखते हुए डायल 100 की सेवा पर विश्वास जताया। प्रदेश में एक नवंबर 2015 को यह सेवा एक हजार वाहनों के साथ शुरू की गई थी। 30 फीसद काल पर ही रिस्पांस टाइम में नागरिकों को इस सेवा के लिए इंतजार करना पड़ा, जबकि डायल 100 से लाखों लोगों काे मदद मिली भी है। जहां सेवा में कमी रही, उसका कारण तत्कालीन परिस्थिति, भौगोलिक स्थिति व कम संसाधन होना बताया गया।