आशा भोसले को बप्पी लहरी से न मिल पाने का है गम, 10 दिन में दो करीबियों को खोने से हैं दुखी

स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के निधन के सदमे से अभी लोग उबरे भी नहीं थे कि 16 फरवरी को अचानक म्यूजिक कंपोजर और सिंगर बप्पी लहरी (Bappi Lahiri) की भी 69 वर्ष में मृत्यु हो गई. फैंस दोनों के इस तरह जाने से गमगीन हैं. बप्पी लहरी ने बुधवार को मुंबई के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली. आज को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. बुधवार को बप्पी लहरी के आवास पर म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़े कई दिग्गज उनके अंतिम दर्शन करने के लिए पहुंचे. लता दी के निधन के 10 दिनों के बाद इस खबर से आशा भोसले बेहद दुखी हैं.

दोनों दिगग्ज 10 दिन में चले गए

वहीं, लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) और बप्पी लहरी (Bappi Lahiri) के निधन से आशा भोसले (Asha Bhosle) बेहद दुखी हैं. दैनिक भास्कर से बातचीत में आशा भोसले ने बताया कि अभी तो 10 दिन भी नहीं हुए हैं और दोनों दिग्गज इस तरह से हमें छोड़कर चले गए. उन्होंने कहा, ‘मैं बप्पी से मिलना चाहती थी. मैंने कई बार ड्राइवर से कहा था कि मुझे बप्पी से मिलने जाना है. लेकिन, उसने कहा कि कोरोना काल में जाएंगे और अगर उनको कुछ हो गया, तो आपकी बदनामी होगी. मैंनेकहा-मुझको नहीं है, तब उनको कैसे हो जाएगा। किसी को कुछ हो या नहीं, पर इस वक्त किसी के घर जाना नहीं चाहिए. कुछ हो जाएगा, तब बोलेंगे कि आशा आई थी.’

बहुत हंसमुख थे बप्पी

आशा भोसले ने आगे कहा, ‘मेरे ड्राइवर ने मुझे समझा दिया और मैं मिल नहीं पाई. आज पता लगा कि वो चले गए . यह बहुत दुख की बात है. बड़े हंसमुख थे. कोई कुछ कह दे, तब हंस देते थे. कुछ कहते नहीं थे. एक गाने वाली और एक म्यूजिक बनाने वाला, दोनों दस दिन के अंदर चले गए.’ आशा भोसले ने ये भी कहा कि वो बप्पी दा के घर जाना चाहती हैं लेकिन नहीं जा सकती हैं कि अभी लता मंगेशकर का तेरहवां नहीं हुआ है इसलिए घर में सूतक है और वो नहीं निकल सकती हैं.

गाए 500 से अधिक गाने

आशा भोसले ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने और बप्पी लहरी ने मिलकर 500 से अधिक गाने गाए हैं. वो बहुत साफ दिल इंसान थे. कम बोलते थे और अधिक काम करते थे. उन्हें सिगरेट, पान, शराब कुछ की लत नहीं थी. आशा भोसले ने कहा कि उनके हर प्रोग्राम और घर के फंक्शन में जाती थीं. आशा भोसले ने बताया कि कोविड से पहले उनके घर पर गाना भी रिकॉर्ड किया था लेकिन कोरोनो का बाद वो उनसे मिल नहीं पाईं.

आशा भोसले ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा, ‘मैं बहुत दुखी हूं कि इस तरह असमय बप्पी सबको छोड़कर चले गए. उनके घर के लोग भी बहुत अच्छे हैं. बेटी रीमा और बेटे बप्पा भी अच्छे से घर संभालते हैं. इधर, दीदी भी चली गईं. मुझे लगा था कि अभी दीदी तीन-चार साल निकालेंगी, पर नहीं निकाल पाईं.’