सेवढ़ा का पुल 6 माह टूटा पड़ा, रतनगढ़ माता मंदिर का निर्माणाधीन पुल, एक वर्ष में पूर्ण होने की संभावना

ग्वालियर. मप्र के दतिया जिले में सिंध नदी पर बने पुल बाढ़ के पानी के बहाव से सनकुआं (सेवढ़ा) और रतनगढ़ माता मंदिर के नीचे बने मजबूत पुल 3 अगस्त की रात मंगलवार को तिनके की तरह बह गये थे। बढ़ते हुए पानी के दबाव से पुल का एक हिस्सा टूट कर नदी में गिर गया है। इन पुलों को टूटे लगभग 6 माह पूरे होने जा रहे है इन टूटे पुलों की वजह से सेवढ़ा में सिंधिया रियासत समय में बनाये गये पुल से यातायात निकल रहा है।

इस पुल से बसें नहीं निकल पा रही है। जिससे आमजन काफी परेशान हो रहा है। वर्तमान मे ंसेवढ़ा और ग्वालियर के बीच यातायात संपर्क न के बराबर रह गया है। 70 वर्षीय रामचरण ने बताया कि इस ओर किसी भी राजनेता का ध्यान नहीं है। चुनाव के समय आयेंगे वोट मांगने के लिये हम भी उसी दिन का इंतजार कर रहे हैं।

रतनगढ पुल भी बह गया था

रतनगढ़ मांता मंदिर का पुल बहने की वजह से दतिया और ग्वालियर के बीच यातायात संपर्क टूट गया है। इस पुल को टूटे हुए 6 माह को हो गये। इस मौके पर बाढ़ में फंसे दतियावासियों को निकालने के लिये मप्र के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा स्वयं भी बाढ़ के पानी में फंस गये थे जिन्हें हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया था। पीडब्ल्यूडी के सूत्रों ने बताया अभी तक इन पुलों के निर्माण के लिये कोई प्रस्ताव नहीं भेजा गया है। वैसे भी विभाग के पास पैसा नहीं है।

रतनगढ़ माता मंदिर का जो पुल बहा था वह बेकार था

पिछले दिनों बाढ़ में रतनगढ़ का बहने वाला वह तो बेकार था और अभी उसी पुल के बगल से नया पुल का निर्माण किया जा रहा है वह लगभग 1 वर्ष में बनकर तैयार हो जायेगा और जहां तक सेवढ़ा के पुल मामला है उसे आरडीसी निर्माण करेगा। उसमें कुछ पैसा जल संसाधन विभाग को देना है वह पैसा मिलते ही उसका भी निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाना चाहिये मेरे अनुसार।

मोहरसिंह जादौन, ईई, पीडब्ल्यू ब्रिज, सेवानिवृत्त