परिवहन मुख्यालय ग्वालियर में खाली पड़ा है सचिव का पद, बिना परमिट नवीनीकरण के दौड़ रहीं बसें

ग्वालियर. परिवहन विभाग में स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिअी के सचिव का पद खाली होने के कारण इंटर स्टेट परमिट वाली बसें अवैध घूम रही है। इनके नवीनीकरण के लिए बडी संख्या में आवेदन विभाग के संयुक्त आयुक्त कार्यालय में पडे हुए है। परमिट न होने की स्थिति में फिटनेस व बीमा भी निष्क्रिय माने जाते है। ऐसे में बस ऑपरेटर बिना वैध परमिट के बसों का संचालन कर रहे है।
नए अधिकारी की नहीं हो सकी नियुक्ति
मप्र में इंटर स्टेट बसों का संचालन जिन राज्यों के बीच होता है, उनमें उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात आदि शामिल हैं। हर राज्य में लगभग दो सौ से ज्यादा परमिट हैं। परिवहन विभाग इस मामले में न तो नया अधिकारी नियुक्त कर सका, न दूसरे को चार्ज देने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया। स्टेट ट्रांसपोर्ट अथारिटी के चेयरमैन परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव या एसीएस होते हैं, वर्तमान में एसीएस चेयरमैन हैं, लेकिन सचिव के हस्ताक्षर से ही नवीनीकरण होता है, और स्थाई परमिट चेयरमैन जारी करते हैं।
मार्च खाली पड़ा है पद
बता दें कि परिवहन मुख्यालय ग्वालियर में संयुक्त आयुक्त प्रशासन के पास स्टेट ट्रांसपोर्ट अथारिटी के सचिव का चार्ज होता है, यह पद अभी खाली पड़ा है। संयुक्त आयुक्त प्रशासन के पद का अस्थाई तौर पर चार्ज दूसरे अधिकारी को दे दिया गया, लेकिन एसटीए के सचिव के पद को भरने के लिए शासन से नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है। मार्च माह से यह पद खाली पड़ा हुआ है। यहां जो संयुक्त आयुक्त व एसटीए सचिव नरोत्तम भार्गव थे, उनका तबादला शासन ने ग्वालियर में ग्वालियर विकास प्राधिकरण के सीईओ पद पर कर दिया है। परिवहन विभाग के अपर आयुक्त उमेश जोगा के अनुसार सचिव की नियुक्ति को लेकर प्रस्ताव भेजा गया है।