केंद्रीयमंत्री नरेंद्र सिंह की कार को घेरा तो खुद कलेक्टर ने किसानों को धक्का दिया और पुलिस ने पीटा

श्योपुर. केंद्रीय मंत्री व क्षेत्रीय सांसद नरेंद्र सिंह तोमर मंगलवार को श्योपुर आए, यहां किसान संयुक्त मोर्चा ने उनके विरोध की तैयारी कर रखी थी जिसकी भनक पुलिस को सुबह ही लग गई थी। पुलिस ने दो किसान नेताओं को पकड़कर नजरबंद कर दिया था। इसके बावजूद प्रशासन संयुक्त किसान मोर्चा का प्रदर्शन नहीं रोक सका। शहर में अजाक थाने के पास पाली रोड पर जब केंद्रीय मंत्री का काफिला गुजरा तो किसानों ने तोमर की कार को घेरा लिया और काले झंडे दिखाए। इस पर कलेक्टर व पुलिस ने किसानों से धक्कामुक्की करने के साथ ही लाठियों से उनकी मारपीट भी कर दी।

केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह ने मंगलवार की दोपहर श्योपुर आकर रेस्ट हाउस में भाजपा पदाधिकारियों से चर्चा की इसके बाद वे कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल की मां के निधन पर शोक जताने उनके घर पहुंचें जब दोपहर करीब 3.30 बजे उनका काफिला शहर के पाली रोड स्थित अजाक थाना के पास से गुजरा तो विरोध-प्रदर्शन के लिए खड़े किसानों ने उसे रोक लिया और केंद्रीय मंत्री को काले झंडे दिखाते हुए उनकी कार का घेराव कर दिया। घेराव के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारी अनिल सिंही चौधरी ने उनसे काले कृषि कानून को वापस लेने की मांग की और श्योपुर में 6 महीने से हो रहे विरोध की जानकारी देते हुए एमएसपी गारंटी कानून लागू करने की बात कही।

इस पर मंत्री नरेंद्र ने कहा कि मुझे भाषण मत दो, मंत्री का घेराव व किसानों से बहस होते देख पुलिस व कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव किसानों को खदेड़ने लगे। कलेक्टर खुद ही किसानों से धक्कामुक्की करते हुए उन्हें भागने में जुट गए। इस बीच उनकी किसानों से झड़प भी हुई। पुलिस ने भी किसानों से धक्कामुक्की करते हुए उन्हें लाठियों से पीटा और कई लोगों को पकड़कर अजाक थाने में बैठा दिया। करीब आधा घंटे तक केंद्रीय मंत्री को किसानों ने रोके रखा और कृषि कानूनों को लेकर उन्हें खरी-खोटी सुनाईं। किसान नेता बोले- सारे कोविड प्रोटोकॉल हमारे नेताओं के लिए आपके लिए कुछ भी नहीं। जिसके बाद मुर्दाबाद के नारे लगाए गए।