स्पाइसजेट अहमदाबाद की फ्लाइट को मुंबई तक चलाने को तैयार, सुबह का स्लाॅट देने से एयरपोर्ट प्रबंधन का इनकार

महाराजपुरा एयरपोर्ट का विस्तार न होने से मुंबई के लिए बोइंग विमान चलाने की योजना तो अभी खटाई में है लेकिन स्पाइसजेट प्रबंधन अहमदाबाद से आने वाली फ्लाइट को अहमदाबाद से ग्वालियर होकर मुंबई तक चलाने के लिए तैयार नहीं है। इसके लिए प्रबंधन ने एयरपोर्ट अथॉरिटी से समर सीजन में सुबह का स्लॉट मांगा है। कंपनी चाहती है कि अहमदाबाद से सुबह 7.15 बजे से फ्लाइट ग्वालियर आए और 7.30 बजे इसे मुंबई रवाना कर दिया जाए। ताकि शाम को 5 बजे उसे वापस लाया जा सके।

एयरपाेर्ट अथाॅरिटी काे यह स्लाॅट मंजूर नहीं है। अथाॅरिटी का कहना है कि स्टाफ कम हाेने की वजह से हम दाे या तीन शिफ्ट में एयरपाेर्ट काे संचालित नहीं कर सकते। अथाॅरिटी द्वारा सुबह का स्लाॅट न देने से अहमदाबाद की फ्लाइट पर भी संकट है। यदि स्पाइसजेट काे मनमाफिक समय नहीं दिया गया ताे 25 मार्च से यह फ्लाइट रद्द हाे सकती है।

गर्मी में सूर्याेदय से सूर्यास्त तक फ्लाइट चलाना चाहता है स्पाइसजेट प्रबंधन

स्पाइसजेट प्रबंधन 25 मार्च से शुरू हाे रहे समर सीजन में सूर्याेदय से सूर्यास्त तक फ्लाइट चलाना चाहता है। यानी सुबह 5 बजे से एयरपाेर्ट खुलेगा और शाम 6 बजे तक उड़ानें रहेंगी। स्पाइसजेट का तर्क है कि सुबह फ्लाइट चलाने के पीछे मकसद ये है कि व्यापारी सुबह मुुंबई के लिए उड़ान भरें और दो घंटे में वहां पहुंचकर अपना काम कर इसी फ्लाइट से आना चाहें तो उसी दिन ग्वालियर लौट सकें। जबकि एयरपोर्ट प्रबंधन सुबह 9 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक फ्लाइट ऑपरेट कराने पर अड़ा है। एयरपोर्ट प्रबंधन का कहना है कि उनके पास स्टाफ की कमी है। इस कारण वह सुबह से फ्लाइट नहीं चलवा सकते। एयरपोर्ट प्रबंधन ने स्टाफ की पूर्ति के लिए मुख्यालय प्रस्ताव बनाकर भेजा है।

स्टाफ बढ़ाने के लिए प्रस्ताव भेजा

ग्वालियर से मुंबई के लिए सुबह के स्लाॅट में फ्लाइट चलाने की मंजूरी नहीं दी जा रही, क्योंकि एयरपोर्ट अथाॅरिटी के पास पर्याप्त स्टाफ नहीं है। इस कमी को पूरा करने के लिए एयरपोर्ट मुख्यालय को प्रस्ताव बनाकर भेजा है।
-नितिन कुमार, प्रभारी निदेशक, एयरपोर्ट ग्वालियर

एयरपोर्ट प्रबंधन से बात करेंगे

अहमदाबाद से ग्वालियर के बीच फ्लाइट आगे भी चलती रहे इसके लिए एयरपोर्ट प्रबंधन से बात करेंगे। साथ ही मुंबई के लिए फ्लाइट चलाने में जो दिक्कत आ रहीं हैं, उन्हे भी दूर कराने का प्रयास करेंगे।
-विवेक नारायण शेजवलकर, सांसद