:ग्वालियर को पीने के पानी की एनओसी नहीं, धौलपुर को सिंचाई के लिए अनुमति

चंबल नदी में कम पानी होने की बात कहकर वन विभाग ने ग्वालियर के लिए पीने के लिए 150 एमएलडी पानी लेने की एनओसी पिछले 3 साल से से अटका रखी है, लेकिन हाल में राजस्थान के धौलपुर जिले में सिंचाई परियोजना के लिए इसके चारगुना यानी 600 एमएलडी पानी लेने की अनुमति जारी कर दी गई। इसके आधार पर धौलपुर में नदी किनारे इंटकवेल बनाने का काम भी शुरू हो चुका है। यही नहीं चंबल से मुरैना के लिए पानी लाने के प्रोजेक्ट को भी वन विभाग ने एनओसी दे दी है।
सिर्फ ग्वालियर ही ऐसा शहर बचा है, जिसकी पेयजल योजना के लिए वन विभाग एनओसी नहीं दे रहा है। विभाग ने पिछले साल एनओसी में यह कहते हुए अडंगा लगाया था कि नदी में पानी का बहाव पहले से कम हो चुका है और अब और पानी लिया गया ताे चंबल सेंचुरी के घड़ियाल मारे जाएंगे।
अफसर और जनप्रतिनिधि को भेजे पत्र
वन विभाग के अधिकारी चंबल नदी में पानी कम होने की बात कहकर एनओसी नहीं दे रहे हैं। जबकि धौलपुर को सिंचाई परियोजना के लिए ग्वालियर से 4 गुना पानी लेने की अनुमति दे दी गई है और धौलपुर प्रशासन ने चंबल नदी क्षेत्र में इंटकवेल बनाने का काम भी शुरू कर दिया है। इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को पत्र भेजे जा रहे हैं, ताकि एनओसी को लेकर प्रक्रिया तेज हो सके।
- आरएलएस मौर्य, अधीक्षण यंत्री, पीएचई, नगर निगम
इसे लेकर शासन स्तर पर चर्चा करेंगे
मेरे संज्ञान में अभी ये मामला नहीं है, मैं अधिकारियों से चर्चा कर इसकी स्थिति पता करुंगा और यदि ऐसा हुआ है तो गलत है। इसे लेकर शासन स्तर पर चर्चा कर जल्द ही एनओसी जारी कराई जाएगी।
- विवेक शेजवलकर, सांसद