कितने काेराेना पाॅजिटिव घराें में ले रहे इलाज, अफसराें काे ही नहीं पता

शहर में काेराेना संक्रमण काे अब सरकारी अफसर ही अब गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। नतीजा- घराें में कितने संक्रमित इलाज ले रहे हैं और उन्हें समय पर दवाएं मिल रहीं हैं या नहीं, यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अफसराें के पास ही नहीं है।

सीएमएचओ डाॅ. मनीष शर्मा का कहना है कि घर में इलाज ले रहे मरीजों का रिकाॅर्ड कंट्राेल कमांड सेंटर पर दर्ज हाेता है। इसे हमें समय पर उपलब्ध नहीं कराया गया है। उधर, कंट्राेल कमांड सेंटर से भी मरीजाें से न ताे संपर्क किया जा रहा है और न ही हेल्थ बुलेटिन में हाेम क्वारेंटाइन मरीजाें के बारे में संख्या बताई जा रही है। खास बात ये है कि मरीजों को अस्पताल की बजाय होम क्वारेंटाइन करने पर जोर दिया जा रहा है लेकिन उनके इलाज एवं दवा का इंतजाम नहीं किया जा रहा है।

सिस्टम ब्रेक होेने से मरीज अपने हाल पर

शहर में संक्रमण की दर घटने के साथ ही प्रशासन ने कोविड मरीजों की देखरेख और उनकी जानकारी संधारित करने वाले सिस्टम को ही बंद कर दिया है। इस कारण हेल्थ बुलेटिन में गत 15 सितंबर के बाद से हाेम क्वारेंटाइन मरीजाें की संख्या नहीं बताई जा रही है।

यही नहीं इंसीडेंट कमांडेंट भी घरों में इलाज ले रहे मरीजों का हाल-चाल नहीं ले रहे हैं। स्मार्ट सिटी के कंट्राेल कमांड सेंटर से मरीज के पास पहुंचने वाला डाॅक्टर का काॅल भी बंद हाे चुका है। ऐसे में अब कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित निकलता है तो उसे दवा के लिए अपने घर के सदस्य को पास के अस्पताल भेजना पड़ता है या फिर प्राइवेट से दवा खरीदनी पड़ रही है।

संपर्क वालाें के सैंपल तक लेने की व्यवस्था नहीं

संक्रमित मरीज के संपर्क में आने वालों के सैंपल कराने हैं या नहीं, यह भी मरीज और उसके परिजन तय कर रहे हैं। जाे मरीज पॉजिटिव निकल रहे हैं, उनमें से कई ऐसे हैं जिनके परिजन ने सैंपल ही नहीं दिया। अगर उन्हें कोई परेशानी आई थी तो उन्होंने प्राइवेट में डॉक्टर को दिखाकर दवाएं ले लीं। इसी का परिणाम है कि कोरोना के मरीजों की संख्या कम हो गई है।

हाेम क्वारेंटाइन मरीजाें से संपर्क करने व दवा देने की जिम्मेदारी कंट्राेल कमांड सेंटर की

जिन संक्रमिताें में काेराेना के लक्षण नहीं हैं और उन्हें यहां होम क्वारेंटाइन किया जा रहा है।। होम क्वारेंटाइन के बारे में हमें देरी से जानकारी मिलती है इसलिए राेज संख्या हेल्थ बुलेटिन में नहीं दे पा रहे हैं। हाेम क्वारेंटाइन मरीजाें से संपर्क करने और दवा पहुंचाने की जिम्मेदारी भी कंट्राेल कमांड सेंटर की है।

-डॉ. मनीष शर्मा, सीएमएचओ

जिम्मेदार उपलब्ध ही नहीं- स्मार्ट सिटी की सीईओ जयति सिंह से इस बारे में संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने न तो फोन रिसीव किया और न ही मैसेज का जवाब दिया।