बिखरी प्लानिंग पर सहमत नहीं व्यापारी-आर्किटेक्ट, अफसरों को सुनाई खरी खोटी

पिछले 20 साल से सिर्फ वादों और सरकारी फाइलों के बीच झूल रहे थाटीपुर पुनर्घनत्वीकरण को लेकर शासन और हाउसिंग बोर्ड अब भी ठोस प्लानिंग नहीं कर पाए हैं। इसी का नतीजा ये रहा कि चेंबर ऑफ कॉमर्स में योजना के लिए सुझाव लेने पहुंचे हाउसिंग बोर्ड अधिकारियों को शहर के व्यापारियों की खरी-खोटी सुननी पड़ी।

कार्यक्रम में पहुंचे कई लोगों ने सबसे ज्यादा आपत्ति इस बात पर जताई कि इसे 3 चरण में बांटकर काम क्यों किया जा रहा है। जब 18 हेक्टेयर जमीन पर काम होना है तो उसकी प्लानिंग एक साथ क्यों नहीं की जा रही? हाउसिंग बोर्ड सिर्फ 6 हेक्टेयर जमीन पर ही काम क्यों कर रहा है। बाकी 12 हेक्टेयर जमीन अलग से प्राइवेट कंपनियों को क्यों बेची जाएंगी? एक साथ प्लानिंग और काम होने पर इस जगह शहर का सबसे बड़ा और व्यवस्थित बाजार तैयार हो सकता है फिर क्यों इसे खराब करना है।

कार्यक्रम में चेंबर पदाधिकारी व विभिन्न व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे। इस माैके पर हाउसिंग बोर्ड के अपर आयुक्त शैलेंद्र वर्मा, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ग्वालियर के संयुक्त संचालक वीके शर्मा भी मौजूद रहे।

सुझाव... 18 हेक्टेयर पर पूरी प्लानिंग के साथ हो काम, समय पर पूरा हो प्रोजेक्ट
पुनर्घनत्वीकरण के लिए चिह्नित जगह पर रह रहे लोगों के विस्थापन के लिए पहले 2 एकड़ जमीन में आवास तैयार कराए जाएं। इस योजना में एक ही चरण की प्लानिंग की जानी चाहिए, साथ ही यहां मल्टीलेवल पार्किंग बनाई जाए।
- विजय गोयल, अध्यक्ष/चेंबर ऑफ कॉमर्स

इस प्रोजेक्ट पर काम सभी विभागों से एनओसी लेकर शुरू किया जाए। ताकि, माधव प्लाजा की तरह प्रोजेक्ट की दुर्गति न हो और व्यापारी व दूसरे लोग परेशान न हों। साथ ही प्रोजेक्ट पर होने वाला काम तय समय पर पूरा किया जाए।
- डॉ. प्रवीण अग्रवाल, सचिव/ चेंबर ऑफ कॉमर्स

ये प्रोजेक्ट 20 साल से फाइलों में घूम रहा है, अधिकारियों और सरकार के पास प्लानिंग नहीं है। यदि शहर को अच्छा प्रोजेक्ट देना है तो अफसरों को गंभीरता से काम करना होगा। यहां कनॉट प्लेस से भी अच्छा बाजार तैयार होना चाहिए।
- महेश मुदगल, सचिव/ ग्वालियर व्यापारी महासंघ

इस प्रोजेक्ट में पूरी जमीन पर काम होना चाहिए और बहुमंजिला इमारतों पर फोकस न करते हुए लोगों की सुविधा वाले बाजार पर जोर दिया जाए। इसमें काम शुरू करने से पहले सभी विभागों को अपने काम को लेकर पूरी चर्चा भी कर लेनी चाहिए।
- उमेश उप्पल, व्यापारी

इस प्रोजेक्ट में जो सड़कें प्रस्तावित हैं, उन्हें ज्यादा चौड़ा रखा जाना चाहिए। ताकि, आने वाले समय में छोटी सड़क परेशानी न बने। ग्वालियर में पिछले 25 साल के दौरान एक भी सीधी सड़क नहीं बन पाई है ये प्लानिंग का ही अभाव रहा है।
- प्रभात भार्गव, आर्किटेक्ट

पहले जाे कंपनी इस प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए राशि जमा करा चुकी थी, उसे योजना की जगह पर खड़े पुराने पेड़ों के कारण दिक्कत आई और प्रोजेक्ट विवादित होता गया। अब या तो पेड़ शिफ्ट कराकर काम किया जाए या फिर नया पौधरोपण कर। साथ ही इस प्रोजेक्ट के बाहर की और अंदर की सड़कें चौड़ी ही रखी जाएं।
- सुदर्शन झंवर, बिल्डर

चेंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यक्रम में थाटीपुर पुनर्घनत्वीकरण के लिए सुझाव लिए हैं। इन सुझावों पर विचार किया जाएगा। इसके अलावा हम लोगों से प्रोजेक्ट के बारे अलग-अलग चर्चा कर रहे हैं ताकि, शहर को अच्छा और व्यवस्थित प्रोजेक्ट दे पाएं।
- शैलेंद्र वर्मा, अपर आयुक्त, हाउसिंग बोर्ड