जिन किसानों के समर्थन में बंद कराया, वे घाटे में रहे, सब्जी कारोबारियों ने मुनाफा कमाया

किसान आंदोलन के समर्थन में मंगलवार को भारत बंद का ग्वालियर में सीधा फायदा सब्जी के थाेक व्यापारियों को हुआ। लक्ष्मीगंज मंडी में स्थानीय किसानों के न आने से सब्जी की आवक 2800 से घटकर 1200 क्विंटल रह गई।
हालंकि उप्र के हापुड़ से पत्ता गोभी, पंजाब से मटर और राजस्थान से गाजर के कुछ ट्रक जरूर आए लेकिन अन्य राज्यों से और कोई सब्जी नहीं आई। नतीजा- पहले से सब्जी दबाए बैठे कारोबारियों ने महंगी सब्जी बेची।
किसानों से सस्ते में खरीदीं गईं सब्जियां, तीनगुना दाम पर बेचीं
मंगलवार को सब्जी के थोक कारोबारियों ने तीनगुना तक मुनाफा कमाया। उन्होंने एक दिन पहले किसानों से टमाटर 10 रुपए किलाे, मटर 20 रुपए किलो, मैथी 8 रुपए और धनिया 5 से 8 रुपए किलो खरीदा था, लेकिन मंगलवार को आवक नहीं होने के कारण यही सब्जियां क्रमश: 30, 40, 15 और 30 रुपए किलो के भाव से बेचीं। जानकारों के अनुसार बंद की आशंका से बीती रात ही कुछ सब्जी स्टॉक में रख ली गईं थीं।
अधिकांश बाजार बंद रहे, 3 बजे के बाद सारा शहर खुला
दौलतगंज, सराफा, टोपी बाजार, सुभाष मार्केट, गांधी मार्केट, सराफा बाजार, डीडवाना ओली, लोहिया बाजार बंद रहे। इनमें से कुछ बाजारों के साप्ताहिक अवकाश भी थे। वहीं दाल बाजार में भी अधिकांश दुकानें बंद रहीं। उपनगर ग्वालियर में सराफा बाजार पूरी तरह बंद रहा और हजीरा के बाजार भी दोपहर तक बंद ही रहे। मुरार के सदर बाजार में कपड़ा और किराना की दुकानें 12 बजे के बाद खुलीं, जबकि बाकी बाजार बंद रहा।
टेंपों और ऑटो कम संख्या में चले, लेकिन बसें चलती रहीं
शहर में चलने वाले टेंपों और ऑटो रोजाना की तुलना में कम संख्या में चले। वहीं बस स्टैंड और गोले का मंदिर से दूसरे शहरों में जाने वाली बसें रोजाना की तरह चलती रहीं। सपा के कुछ कार्यकर्ता बस स्टैंड पहुंचे थे लेकिन नारेबाजी कर लौट गए।
जो सब्जियां स्टॉक में थीं, वे महंगी बिकीं
भारत बंद के कारण मंगलवार को स्थानीय किसान मंडी में सब्जी बेचने नहीं आए। दूसरे राज्यों से भी न के बराबर ही सब्जी आई। इस कारण जिन कारोबारियों पर पहले सब्जी का स्टॉक था उन्होंने ही लोगों के मांग की पूर्ति की इस वजह से सब्जियां महंगी बिकीं। -राजेंद्र गुप्ता, सचिव लक्ष्मीगंज थोक सब्जी कारोबारी एसोसिएशन
चक्काजाम करने पहुंचे किसानों को खेतों में बैठाया
हाइवे पर प्रदर्शन की सूचना के कारण झांसी बायपास, मोतीझील बायपास, मुरैना हाइवे, शिवपुरी लिंक रोड, पनिहार रोड पर अलग-अलग प्वाइंट पर जिला प्रशासन और पुलिस की टीमें तैनात रहीं। झांसी बायपास के बड़ागांव ओवर ब्रिज पर किसान यूनियन (अरा.) के बैनर तले धरना देने के लिए किसान सुबह करीब 11 बजे पहुंचे और हाइवे किनारे बैठ गए। तहसीलदार महेश सिंह कुशवाह ने किसानाें काे चर्चा कर बायपास से 500 मीटर दूर खेत में बैठाया।
तोमर के बंगले से आप के 50 कार्यकर्ता गिरफ्तार
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के रेसकोर्स रोड स्थित बंगले पर प्रदर्शन किया। यहां से 50 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया। माकपा, सीटू, अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति, एसएफआई समर्थकों के साथ रैली निकालीं। कांग्रेस नेताओं ने कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम 10 सूत्रीय ज्ञापन दिया। इस दौरान शहर अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र शर्मा, विधायक प्रवीण पाठक व डॉ. सतीश सिंह सिकरवार माैजूद थे।
समर्थन: गुरुद्वारा में जुटाई रसद, दिल्ली भेजी
मंगलवार को किसान आंदोलन के समर्थन में फूलबाग गुरुद्वारा पर गुरुनानक देव फूलबाग प्रबंधक कमेटी और समूह संगत की ओर से दाल, चावल, रिफाइंड और आटा एकत्रित किया गया। यह सामग्री विशेष वाहन से दिल्ली भेजी गई। इसका उपयोग आंदोलन कर रहे किसान करेंगे।