जैविक खाद बनाने के लिए कचरे काे री-साइकिल करने का काम शुरू, सात दिन की जाएगी ट्रायल

लैंडफिल साइट (केदारपुर) पर जैविक खाद बनाने का ट्रायल शुरू हो गया है। नगर निगम प्रशासन खुद पहली बार कचरे से जैविक खाद बनाने जा रहा है। पहले सात दिन ट्रायल रन हाेगा, इसमें कमी आएंगी उसे पूरा कर काम आगे बढ़ाया जाएगा।
पहले चरण में एक पाली में 200 टन कचरा हर दिन री-साइकिल किया जाएगा। 30-35 दिन में कचरे से जैविक खाद बनकर पूरी तरह तैयार होने लगेगी। निगम के अधिकारियों की कोशिश है कि दूसरी पाली की शुरूआत एक-दो महीने में कर दी जाएगी। इसके बाद हर दिन 400 टन कचरा री-साइकिल प्लांट पर होने लगेगा।
दो पाली में प्लांट चलाने के लिए 20 कर्मचारियों की जरूरत
नगर निगम ने अभी प्लांट को एक पाली में चालू किया है। यहां पर 20-25 कर्मचारी काम को संभाल रहे हैं। दूसरी पाली तभी शुरू हो पाएगी, जब 20-25 कर्मचारियों को रखा जाएगा। इसके बाद 400 टन कचरे को री-साइकिल करना मुमकिन हो सकेगा।
निगम अपने पार्क में उपयाेग करेगा खाद, बिक्री भी हाेगी
केदारपुर लैंडफिल साइट पर अगले 30-35 दिन में तैयार होने वाली जैविक खाद का उपयोग नगर निगम अपने सभी पार्कों में करेगा। शहर के आम लाेग भी निगम से इस खाद काे ले सकेंगे। निगम शहर में खाद की बिक्री शुरू कर सकता है। गौरतलब है कि ईको ग्रीन कंपनी ने 12 टन जैविक खाद बना ली थी।
ऐसे बनेगी जैविक खाद
लैंडफिल साइट पर दो बैलेस्टिक सेपरेटर लगे हैं। इसमें कचरे को डाला जाता है। यहां से कचरा तीन तरह से अलग होता है। 100 टन कचरे में से 35-40 प्रतिशत ईधन बनेगा। 20-30 प्रतिशत अनुपयोगी कचरा अलग होकर गिरेगा। 10-15 प्रतिशत जैविक खाद बनती है। शेष 10-15 प्रतिशत मॉइचर रहता है। अभी यहां 2 लाख टन कचरा जमा हाे चुका है।