ग्वालियर में बैंक खुले पर नहीं हुआ ट्रांजेक्शन, सूने पड़े रहे काउंटर, आगे तीन दिन है छुट्‌टी

केन्द्र सरकार के श्रम कानून के विरोध में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और प्रायवेट बैंक को छोड़कर अन्य 10 राष्ट्रीयकृत बैंक के तृतीय, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हड़ताल पर हैं। गुरुवार को बैंक तो खुले पर ट्रांजेक्शन नहीं हुए। न ही बैंक में कर्मचारी और कस्टमर दिखे। जिस कारण लोग काफी परेशानी हुए हैं। अब 27 नवंबर को बैंक खुलेंगे और इसके बाद तीन दिन 28, 29, 30 नवंबर को शासकीय अवकाश है। व्यापारियों और कारोबारियों सहित अन्य लोगों को काफी परेशानी होगी। बैंक यूनियन के कर्मचारियों ने कोरोना संक्रमण के चलते धरना-प्रदर्शन नहीं किया है।

केन्द्रीय सरकार की आर्थिक और श्रम नीति के विरोध में गुरुवार को राष्ट्रीयकृत 10 बैंक की 150 शाखाओं की तीन यूनियन एआईबीईए, एआईबीओए और बैफी ने देश के मजदूर संगठनों के आव्हान पर एक दिवसीय बैंक हड़ताल की गई है। हड़ताल में 150 बैंक ब्रांच के करीब 1600 कर्मचारी गुरुवार को हड़ताल पर रहे हैं। हड़ताल में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ही शामिल है अन्य अधिकारी इससे दूर रहे हैं। इससे बैंक में जमा-निकासी, चेक से ट्रांजेक्शन, आरटीजीए,नेफ्ट, लॉकर खोलने, बैंक चालान बनवाने जैसे कामकाम पूरी तरह से प्रभावित रहे। इससे करोड़ों का व्यापार प्रभावित हो रहा है।

क्यों कर रहे हैं विरोध

नए श्रम कानून में लंबे संघर्ष के बाद हासिल किए 8 घंटे काम के अधिकार को 12 घंटे में बदला गया है, प्रोवीडेंट फंड, ईएसआई और मजदूर कल्याण से जुड़े कानूनों में बदलाव से श्रमिक का नुकसान होगा उसके अधिकारों का हनन होगा।

इनका कहना

बैंक कर्मचारी संगठन के प्रदेश महासचिव अजय देवले ने बताया कि हड़ताल केन्द्र सरकार के कामगार नीति के विरोध को लेकर की गई है। हड़ताल के कारण जिले की दस बैंकों की 150 शाखाओं में लेनदेन संबंधी कामकाज नहीं किया जा रहा है।